Tuesday, October 15 ,2024

ईएसआर टेस्ट (ESR Test in Hindi) अर्थ, नॉर्मल रेंज, हाई ESR के कारण, लक्षण व घरेलू उपचार


ESR Test in Hindi: ईएसआर का फुल फॉर्म है "एरिथ्रोसाइट सेडिमेंटेशन रेट", जिसे वेस्टरग्रेन टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट में लाल रक्त कोशिकाओं यानी रेड ब्लड सेल्स की जांच की जाती है। इस जांच से शरीर में कहीं भी हुई सूजन या संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। यह एक सामान्य प्रकार का रक्त परीक्षण है, जो चिकित्सक द्वारा तब करने के लिए कहा जाता है जब उन्हें संदेह होता है कि आपके शरीर में कोई सूजन या संक्रमण हो सकता है। यह सूजन और संक्रमण किसी भी वजह से उत्पन्न हो सकती है, जिसका पता ईएसआर टेस्ट से लगाया जाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में वात और पित्त के असामान्य होने से ईएसआर बढ़ सकता है। इस टेस्ट से पता चलता है कि जो ब्लड सैंपल लिया गया है, उसमें रेड ब्लड सेल्स टेस्ट ट्यूब में नीचे जाकर कितनी देर में जमती हैं। जितनी कोशिकाएं नीचे जमती हैं, सेडिमेंटेशन रेट उतना ही माना जाता है।

ESR क्या होता है? (What is ESR Test in Hindi?)

Erythrocyte Sedimentation Rate (ESR) एक सामान्य रक्त परीक्षण है, जिससे शरीर में विभिन्न कारणों से हुई सूजन या संक्रमण का पता लगाया जाता है। यह सूजन या संक्रमण, चोट, संक्रमण, गठिया आदि की वजह से हो सकती है। यह रक्त परीक्षण एक स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा किया जाता है, जो एक लंबी टेस्ट ट्यूब में रक्त नमूने को रखकर यह देखता है कि रक्त कोशिकाएँ उसमें कितनी जल्दी डूबती हैं।

आमतौर पर कोशिकाएँ धीरे-धीरे डूबती हैं, लेकिन यदि सूजन या संक्रमण मौजूद हो, तो ये रक्त कोशिकाएँ जल्दी ही एक गुच्छे में एक साथ चिपक जाती हैं। इन कोशिकाओं का इस तरह तेजी से सिकुड़ना या गुच्छे में चिपक जाना इस बात का संकेत है कि आपको सूजन या संक्रमण पैदा करने वाली कोई स्वास्थ्य स्थिति है। लेकिन सिर्फ ESR परीक्षण से यह पता नहीं चल सकता कि यह स्थिति कौन सी है।

ESR परीक्षण से क्या पता चलता है? (ESR Test in Hindi)

इस परीक्षण को शरीर में हो रही सूजन का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसके सहारे ESR का स्तर मापा जाता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं की प्रतिक्रिया को समझकर शरीर में हो रही सूजन या संक्रमण का पता लगाता है। हालांकि, सूजन या संक्रमण होने के कारण का पता इस परीक्षण से नहीं लगाया जा सकता।

ESR स्तर की सामान्य रेंज क्या है? (ESR Test Normal Range in Hindi)

ESR का स्तर पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग होता है। इसके स्तर को वेस्टेग्रेन विधि से मापा जाता है, जो ESR को मापने का सबसे उच्च मानक है। इस परीक्षण में रक्त नमूना लेकर एक टेस्ट ट्यूब में रखा जाता है और उसमें मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं की प्रतिक्रिया का निरीक्षण किया जाता है। यदि वे कोशिकाएँ धीरे-धीरे इकट्ठा होकर टेस्ट ट्यूब में नीचे जम जाती हैं, तो इसका मतलब है कि शरीर में कोई संक्रमण या सूजन मौजूद नहीं है। वहीं दूसरी तरफ, यदि ये कोशिकाएँ जल्दी ही एक गुच्छे में मिलकर नीचे जम जाती हैं, तो यह संकेत है कि शरीर में सूजन या संक्रमण मौजूद है।

यदि आपके शरीर में असामान्य ESR के लक्षण जैसे रुमेटाइड आर्थराइटिस, टीबी, हृदय संबंधी परेशानियाँ, एनीमिया, थायरॉयड, किडनी रोग, एलर्जी, कंजेसटिव हार्ट फेल्योर, क्रॉनिक थकान आदि हैं, तो आपको जल्द से जल्द ESR परीक्षण कराना चाहिए ताकि शरीर में मौजूद सूजन या संक्रमण का पता लगाया जा सके।

ESR Test normal range in hindi

 

ESR की सामान्य रेंज नीचे दी गई है:

(यहाँ सामान्य रेंज के आंकड़े जोड़े जा सकते हैं)

Age group

ESR normal range (mm/h) (Female)

 

ESR normal range (mm/h) (Male)

20 साल से कम

 

0-10

0-10

20 से 50 साल

 

0-20

0-15

50 से अधिक

 

0-30

0-20

 

स्तर असामान्य होने से क्या होता है? (What happens when the level is abnormal?)

यदि ESR का स्तर सामान्य न होकर कम या ज्यादा है, तो यह कई बीमारियों का संकेत देता है। इसका स्तर अधिकतर किसी संक्रमण या बीमारी के कारण होता है, जो इस परीक्षण की मदद से पता नहीं लगाया जा सकता। यदि आपके ESR का स्तर घटा हुआ या बढ़ा हुआ है, तो आपके चिकित्सक आपको कुछ अन्य परीक्षण कराने की सलाह दे सकते हैं, जिससे इसके असामान्य होने की वजह का पता लगाया जा सके और सही समय पर उपचार किया जा सके।

ESR स्तर के असामान्य होने के लक्षण इस प्रकार हैं: (symptoms of abnormal ESR levels)

ESR Test Symptoms in hindi

उच्च ESR होने के लक्षण (Symptoms of High ESR Level)

यदि ESR सामान्य से अधिक है, तो निम्नलिखित स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं:

  • रुमेटाइड आर्थराइटिस
  • एनीमिया (खून की कमी)
  • किडनी रोग
  • थायरॉयड
  • हड्डियों में संक्रमण
  • तपेदिक (टीबी)
  • हृदय संक्रमण
  • लिम्फोमा
  • लाल रक्त कोशिकाओं में असमानताएँ
  • प्लाज्मा सेल कैंसर
  • सफेद रक्त कोशिका कैंसर

उच्च ESR के कारण (Causes of High ESR Level)

ESR बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • रक्त की कमी या हीमोग्लोबिन की कमी से ESR बढ़ सकता है।
  • थायरॉयड ग्रंथियों के अधिक या कम होने के कारण ESR में बदलाव आने की संभावना होती है।
  • किसी वायरल संक्रमण, जैसे डेंगू, के कारण भी ESR बढ़ सकता है।
  • हड्डियों में किसी संक्रमण के कारण भी ESR में वृद्धि हो सकती है।
  • टीबी या तपेदिक के संक्रमण होने पर भी ESR बढ़ने की संभावना होती है।
  • चेहरे पर संक्रमण के कारण भी ESR के बढ़ने की संभावना है।

निम्न ESR होने के लक्षण

यदि ESR का स्तर सामान्य से कम है, तो निम्नलिखित परेशानियाँ हो सकती हैं:

  • कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर
  • ल्यूकेमिया
  • उच्च सफेद रक्त कोशिका और लाल रक्त कोशिका की गिनती
  • सिकल सेल एनीमिया
  • कम प्लाज्मा प्रोटीन
  • क्रोनिक थकान सिंड्रोम
  • टेम्पोरल आर्थराइटिस
  • एलर्जी
  • क्रेनियल आर्टरीज
  • तपेदिक
  • किडनी रोग

ESR बढ़ने के लक्षण

ESR बढ़ने के कई संकेत होते हैं, जो निम्नलिखित सूची में दिए गए हैं:

  • सिर और कंधों में दर्द
  • जोड़ों में दर्द और जकड़न
  • गर्दन और कंधों में दर्द
  • दस्त
  • बुखार
  • हड्डियों में जकड़न और संक्रमण
  • अचानक पेट में दर्द
  • मल में खून आना
  • किडनी की बीमारी
  • शरीर में संक्रमण और सूजन
  • बेचैनी महसूस करना
  • थकान और कमजोरी
  • त्वचा के रंग में बदलाव
  • अचानक वजन में कमी
  • अनियमित हृदय धड़कन
  • सांस लेने में तकलीफ

ESR स्तर को सामान्य रखने के घरेलू उपचार (Home remedies for maintaining normal ESR levels)

ESR test home remedies in hindi

ESR स्तर का सामान्य रहना आवश्यक है ताकि बीमारियों का सामना न करना पड़े। इसे सामान्य रखने के लिए कुछ उपचार हैं जो आप खुद कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। ये उपचार निम्नलिखित सूची में दिए गए हैं:

  • योग और व्यायाम: ESR की रेंज को सामान्य रखने के लिए योग और व्यायाम काफी लाभदायक हैं। रोज कम से कम 30 मिनट व्यायाम, जैसे चलना, तैरना आदि, आपको सूजन कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • पोषक आहार: पौष्टिक आहार खाना आपकी सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। कोशिश करें कि फल, सब्जियाँ, दाल, और प्रोटीन को अपने रोज के आहार में शामिल करें। इस प्रकार की डाइट ESR को नियंत्रित रखने में सहायक होती है।
  • पानी पीना: पानी की आवश्यकता शरीर को सबसे ज्यादा होती है, और पानी की कमी से डिहाइड्रेशन के अलावा और भी कई बीमारियाँ हो सकती हैं। ESR को सामान्य रखने के लिए आपको खूब पानी पीना चाहिए।
  • स्वस्थ जीवनशैली: एक स्वस्थ जीवनशैली आपको अनेक बीमारियों से बचा सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने रोज के जीवन में तनाव न लें, पौष्टिक आहार खाएँ, रोजाना व्यायाम और योग करें, और समय पर सोएं और उठें। ऐसा करने से आपका ESR सामान्य रह सकता है और आपको किसी और बीमारी होने की संभावनाएँ भी कम हो जाती हैं।
  • नियमित चेकअप: रोजाना स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के बावजूद यह जरूरी है कि आप हर कुछ समय में अपना चेकअप कराते रहें। नियमित चेकअप कराने से आपको अपने स्वास्थ्य में हो रहे बदलाव की जानकारी मिल सकती है, और यदि किसी बीमारी का संकेत है, तो वह समय पर ठीक किया जा सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

ESR Test एक सामान्य रक्त परीक्षण है जो चिकित्सा पेशेवर द्वारा किया जाता है और इसके सहारे शरीर में मौजूद संक्रमण या सूजन का पता चलता है। इस परीक्षण से पहले जरूरी है कि आप उपवास रखें ताकि आपकी टेस्ट रिपोर्ट में कोई उतार-चढ़ाव न हो। ESR Test के दौरान रक्त नमूनें को एक टेस्ट ट्यूब में डाला जाता है और रक्त में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं की प्रतिक्रिया का निरीक्षण किया जाता है। इन रक्त कोशिकाओं के टेस्ट ट्यूब में नीचे इकट्ठा होने की गति से पता चलता है कि शरीर में सूजन या संक्रमण है या नहीं।

यदि रक्त कोशिकाएँ धीरे-धीरे इकट्ठा होती हैं, तो आपका परिणाम नकारात्मक आएगा, यानी कोई सूजन या संक्रमण मौजूद नहीं है। दूसरी ओर, यदि वे जल्दी गुच्छा बनाकर नीचे जम जाती हैं, तो परिणाम सकारात्मक यानी संक्रमण या सूजन की मौजूदगी को दर्शाता है। ESR के स्तर का ऊँचा या नीचा होना आपको कई लक्षणों से पता चल सकता है, जैसे सिरदर्द, बुखार, भूख कम लगना, गर्दन या कंधे में दर्द, जोड़ों में जकड़न, वजन कम होना, कुछ प्रकार के कैंसर, लीवर से जुड़ी परेशानियाँ, आदि। ऐसे में जरूरी है कि आप नियमित चेकअप कराएँ और ESR स्तर के असामान्य होने से होने वाली परेशानियों का इलाज कराएँ। इस स्तर को सामान्य रखने के लिए आप व्यायाम, योग, और पौष्टिक आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

Medically Reviewed By Dr. R K Aggarwal