हमारा शरीर बहुत सी चीजों की मदद से चलता है या फिर किसी भी एक चीज की कमी होने लग जाए तो हमारा शरीर धीरे-धीरे रोग ग्रस्त होने लग जाता है। जिससे यह पता चलता है कि हमारे शरीर में कोई समस्या आ रही है। ऐसी ही एक समस्या के बारे में, आज हम इस ब्लॉग के जरिए बात करेंगे और जानेंगे कि घुटनों में दर्द का कारण क्या है, इसके लक्षण और साथ ही कुछ घरेलू उपचार।
रोजमर्रा के काम के लिए चलने-फिरने, दौड़ते-भागते, खेलते, यात्रा करते, सीढ़ियां चढ़ते आदि काम के लिए घुटनों का स्वस्थ रहना जरूरी है। घुटनों में दर्द का सबसे बड़ा कारण रोजमर्रा में होने वाली सामान्य थकान है और यह अब सबसे ज्यादा युवाओं में दिखाई देने लगी है। कई बार यही सब काम करते हुए घुटनों में चोट लगने के कारण दर्द हो सकता है या फिर एक उम्र के बाद भी घुटनों में दर्द की समस्या सामने आ सकती है। अगर किसी कारण घुटने के जॉइन्ट में दर्द हो, तो उस वजह से हल्की असुविधा हो सकती है। यह दर्द आपको स्थायी या अस्थायी दोनों ही हो सकता है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
मगर, घुटनों में दर्द की समस्या लंबे समय से बनी हुई है तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज मत कीजिए। लेकिन चोट के कारण घुटने में दर्द होना कोई गंभीर बात नहीं है। आप इसका इलाज घरेलू नुस्खों, ओवर-द-काउंटर-दवाइयों से भी कर सकते हैं। परेशान होने की बात तब है, जब घुटने में दर्द का कारण कोई गंभीर बीमारी जैसे कि बर्साइटिस, गाउट, टेंडनाइटीस या आर्थराइटिस हो। तब ऐसी स्थिति में कोई घरेलू उपाय भी असर नहीं करता है और आपको तब इस स्थिति में घुटने के दर्द के लिए डॉक्टर से परामर्श के लेना पड़ता है। डॉक्टर आपको कुछ दवाइयाँ, तेल या सर्जरी जैसे विकल्प की मदद से सहयोग करते हैं।
घुटनों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार यह उम्र हो सकती है तो कई बार चोट लगना कारण हो सकता है। लेकिन कई बार गंभीर समस्याओं के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है। आइए जानते हैं वह कारण क्या है -
बिना आराम दिए जब हम बहुत ज्यादा घुटनों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे दौड़ने-भागने या फिर चलने-फिरने में तब आपको इस समस्या का सामान्य करना पड़ सकता है। सरल भाषा में कहें तो, सामान्य मात्रा से ज्यादा जब घुटनों का इस्तेमाल करते हैं तब हमें यह समस्या पैदा होती है।
जब किसी भी कारण घुटने की हड्डी टूट जाएं या फिर अपनी जगह से अस्थिर हो जाएं तो इस समस्या को डिस्लोकेशन कहा जाता है। जब घुटने डिस्लोकेट होते हैं तब डॉक्टर प्लास्टर लगाने की सलाह देते हैं। कई बार मामला गंभीर हो तो सर्जरी भी की जा सकती है।
यह समस्या बिल्कुल अर्थराइटिस से मेल खाती है। जब व्यक्ति के शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बहुत अधिक होने लग जाए तो तब गाउट की समस्या पैदा होती है, जिसकी वह से घुटनों में दर्द होना शुरू हो जाता है।
घुटनों के सामने वाले हिस्से को प्रभावित करने वाले दर्द को टेंडिनाइटिस कहा जाता है। यह एक तरह का दर्द है जो सीढ़ियां चढ़ने और उठने-बैठने में काफी परेशानी पैदा करता है।
जब घुटनों की संरचना में किसी भी तरह का बदलाव आए या फिर घुटनों की स्थिति खराब होने लग जाए, तब ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या पैदा होती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या में दर्द के साथ-साथ सूजन भी बहुत तेजी से फैलने लगती है।
घुटनों के पीछे की तरफ वाले हिस्से में तैलीय गुणवत्ता वाले फ्लूइड के निर्माण होने पर बेकर्स सिस्ट की समस्या जन्म लेती है। इस फ्लूइड का नाम सिनोवियल (Synovial) है।
सफेद रंग और लचीले के टिश्यू जो व्यक्ति के घुटनों से जुड़े होते हैं, उनको कार्टिलेज (Cartilage) कहा जाता है। जब कार्टिलेज फट या टूट जाते हैं तब व्यक्ति के घुटनों में दर्द की समस्या होना शुरू जाती है।
घुटनों में दर्द होने की सबसे बड़ी वजह गठिया है। इसके शुरुआती लक्षण में आप घुटनों में सूजन देख सकते हैं। आप इस समस्या में लंबे समय से सूजन और तेज दर्द महसूस कर सकते हैं। कुछ वक़्त के बाद घुटने की हड्डियों में विकार पैदा होने लगता है और यह धीरे-धीरे कमजोर होने लग जाती हैं।
शायद आपको पता न हो लेकिन हमारे हड्डियों में भी कैंसर हो सकता है। ऑस्टियोसार्कोमा हड्डी का कैंसर होता है। यह ज्यादातर घुटनों में होता है और इस समस्या के होने पर मरीज को बहुत तेज दर्द होता है। इस समस्या के कारण मरीज की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
हमारे शरीर में लिगामेंट एक मजबूत और लचीला टिश्यू है, जो दो हड्डियों को जोड़ने का काम करता है। हमारे घुटनों में लिगामेंट की मौजूदगी की वजह से घुटने के ऊपर और नीचे की हड्डियां आपस में जुड़ी रह पाती हैं। किसी भी कारण अगर लिगामेंट टूट जाता है तब व्यक्ति को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है।
कई बार काम करते समय घुटनों पर ज्यादा बल देने के कारण भी घुटने में दर्द हो सकता है।
हड्डियों का कमजोर होना भी घुटनों के दर्द का एक कारण साबित हो सकता है।
बहुत देर तक अगर आप पैर मोड़कर बैठते है या एक ही अवस्था में बहुत देर तक घुटनों को सीमित रखते हैं तो इस वजह से भी घुटने दर्द हो सकता हैं।
आप मोटे हैं तो यह बात समझे कि मोटापे से हड्डियों पर दबाव पड़ता है और इस वजह से घुटनों में दर्द होने का सिलसिला जन्म लेता है। इसलिए अपने वजन को कंट्रोल करें।
ज्यादा खेल-कूद या व्यायाम करना भी कई बार घुटनों के दर्द की वजह बन जाता है।
घुटनों में दर्द के साथ दूसरे अन्य भी लक्षणों को अनुभव कर सकते हैं। आइए जानते हैं घुटने में दर्द होने पर आप अन्य कौन-से लक्षण देख पाएंगे:-
आपको घुटने मोड़ने में परेशानी होगी
घुटना सीधा करने में प्रॉब्लम होना
घुटने के आसपास सूजन नज़र आना
पैरों को हिलाते समय घुटने से हड्डी टकराने की आवाज सुनाई देना
दर्द से प्रभावित हिस्से में लालिमा
सूजन या लालिमा वाला हिस्सा हल्का गर्म होना
आप घुटने में दर्द होने पर कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं जिससे घुटने के दर्द में राहत पा सकते हैं। साथ ही कुछ सुझावों की मदद से घुटने की बेहतर तरीके से देखभाल भी कर सकते हैं और घुटने के दर्द से अपना बचाव भी कर सकते हैं। घुटने के दर्द को दूर रखने या उससे राहत पाने के लिए नीचे बताई हुई बातों का ध्यान रखें:-
आप भारी सामान उठाने से बचें
अपने घुटनों पर अनुचित दबाव डालने से बचाव करें।
अपने शरीर को मजबूत, चुस्त और दुरुस्त रखिए।
अपने घुटनों की सेहत को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम कीजिए।
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस से बचाव के लिए अपने वजन को मैनेज कीजिए।
इन सभी बातों के साथ आप इस बात का भी ध्यान रखें कि खेल कूद के दौरान घुटनों में चोट न लगें। दौड़ते या खेलते समय नी कैप का इस्तेमाल करें क्योंकि यह चोट की तीव्रता को कम करते हुए, घुटनों में गंभीर चोट आने से बचाव करता है।
घुटने में दर्द होने पर आप कुछ घरेलू उपाय की मदद से अपनी समस्या से राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में:-
एक गिलास गर्म दूध के अंदर एक चम्मच हल्दी मिलाए। रात को सोने से पहले इस दूध का सेवन कीजिए। हल्दी दर्द को कम करने में मदद करेगी क्योंकि हल्दी को एक औषधि के रूप में देखा जाता है। आप चाहे तो इसका सेवन दिन में दो बार भी कर सकते हैं, जिससे घुटनों के दर्द में आराम मिलेगा।
सेब के सिरके में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन और दर्द में आराम दिलाते है। खाना खाने से पहले आप एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच सेब के सिरके को डालकर सेवन कीजिए। इससे घुटनों के दर्द में राहत मिलेगी। सेब का सिरका आप नारियल तेल में मिलाकर दर्द वाले प्रभावित क्षेत्र में इस्तेमाल कीजिए, इससे दर्द कम होता है।
घुटनों में होने वाले दर्द में राहत पाने के लिए आप अदरक को दो तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। पहला, अदरक की चाय पीए, जिससे दर्द की समस्या दूर हो जाएगी। दूसरा, अदरक को पीसकर उसको किसी एक सूती कपड़े में लपेटकर, अपने घुटनों पर रख दीजिए। ऐसा करना से भी आप दर्द में राहत पपा सकते हैं।
किसी बड़े बर्तन में गुनगुना पानी में सेंधा नमक मिलाएं। फिर कुछ घुटनों के लिए उसमें पैर डुबोकर रखिए। सेंधा नमक को एक दर्द निवारक है। इसमें मैग्नीशियम ऑल सल्फेट जैसे फायदेमंद मिनरल होते हैं, जिससे सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
मेथी के दानों का आप पेस्ट बनाकर दर्द वाले क्षेत्र पर लगाएं, ऐसा करने से आराम मिलेगा। मेथी प्राकृतिक पेन किलर के रूप में जानी जाती है, यह दर्द निवारण में काफी फायदेमंद रहती है।
नींबू और तिल के तेल के इस्तेमाल से सूजन और दर्द कम हो जाता हैं। आप आधा कप तिल के तेल में दो चम्मच नींबू का रस मिलाएं। अब इस मिश्रण को अपने घुटनों पर लगते हुए, धीरे धीरे मालिश कीजिए।
आधा कप सरसों के तेल में दो से तीन लहसुन की कलिया डालकर उसे अच्छी तरह से उबाल लीजिए। फिर इस तेल का तापमान सहन करने योग्य होने पर घुटनों की मालिश कीजिए। इसको करने से दर्द की समस्या दूर होने के साथ ही सूजन भी खत्म हो जाएगी।
घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए आप दो चम्मच पुदीने के तेल में आधा चम्मच नारियल का तेल मिलाकर इस्तेमाल कीजिए। आप घुटनों में दर्द की समस्या से परेशान हैं तो इसे तेल से दिन में दो बार मालिश कर सकते हैं।
लौंग और अजवाइन के पेस्ट को घुटनों पर लगाएं। ऐसा करने से दर्द में राहत मिलेगी साथ ही दर्द कम हो जाएगा।
जैतून के तेल में टायरोसॉल (Tyrosol) और पॉलिफिनॉल्स (Polyphenols) जैसे बायोलॉजिकल तत्व मौजूद होते हैं, जिससे मांसपेशियों के दर्द में आराम मिल सकता है। ‘
गर्म और ठंडे की सिंकाई से आप अपने घुटनों के दर्द में राहत पा सकते हैं। पहले घुटनों को 15 से 20 सेकंड हॉट पैक में रखिए और फिर उतने ही समय तक ठंडे पैक में भी रखिए। ऐसा करने से मांसपेशियों को राहत और दर्द से आराम मिलता है।
घुटने में दर्द होने पर आप घरेलू उपचार अपना सकते हैं, लेकिन अगर आपको राहत नहीं मिल पाती है तो डॉक्टर से संपर्क कीजिए।