Wednesday, July 30 ,2025

पुरुषों में शुगर के लक्षण : जानिए पुरुषों में डायबिटीज के लक्षण कारण और उपचार!


symptoms of diabetes in males

हमने बहुत से लोगों से सुना है कि शुगर कम होगी या शुगर बढ़ गई लेकिन सवाल यह है कि आखिर हम आज तक समझ पाएं है कि शुगर क्या है? शुगर आम बोलचाल की भाषा है वैसे यह समस्या डायबिटीज कहलाती है। आज ब्लॉग के जरिए सबसे पहले समझेंगे कि शुगर यानि डायबिटीज क्या है? फिर जानेंगे कि पुरूषों में शुगर क्यों होती है और इसके क्या लक्षण व कारण हो सकते हैं? 

 

डायबिटीज क्या है? 

 

जब शरीर में इंसुलिन सही तरह से शुगर का संतुलन नहीं बना पता है तब डायबिटीज की समस्या पैदा होती है। लेकिन यह इंसुलिन क्या है? यह भी समझना जरूरी है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन होता है जो शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। अगर सरल भाषा में समझना चाहे तो कह सकते हैं कि हार्मोन के असंतुलित होने के कारण शुगर लेवल कम-ज्यादा होती रहती है। 

पुरूषों में डायबिटीज के लक्षण

 

वैसे महिला और पुरूषों में लक्षण सामान्य ही होते हैं लेकिन कुछ लक्षण विभिन्न भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं डायबिटीज के लक्षणों के बारे में- 

पेशाब बार-बार आना

अगर आप रात के समय में बार-बार पेशाब जा रहे हैं तो यह डायबिटीज होने का एक लक्षण हो सकता हैं। अपनी इस गतिविधित पर ज़रा कुछ दिन का ध्यान दें, अगर यह समस्या बढ़ रही है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।

बहुत ज्यादा प्यास लगना

बेवजह अगर आपको प्यास लग रही है या बार-बार प्यास लग रही है तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। शरीर में बार-बार डिहाइड्रेशन होने का मतलब है कि  शुगर लेवल बढ़ रहा है, जिससे गला बार-बार सुख जाता है। 

वजन का अचानक से कम होना

बिना किसी शारीरिक गतिविधि या डाइटिंग के वजन कम होना एक समस्या है जो कि डायबिटीज होने का इशारा करती है। 

घाव भरने में देरी

अगर किसी भी पुरुष को यह नज़र आए कि कोई भी कट, चोट या घाव जल्दी या समय से ठीक नहीं हो रहा है, तो शायद यह डायबिटीज होने का एक अहम लक्षण हो सकता है।

थकान या कमजोरी

यह समस्या तो हर दूसरे इंसान में नज़र आती है जिसकी वजह से व्यक्ति समझ नहीं पता है कि वह कौन-सी बड़ी समस्या का शिकार होने वाला है। आप अपनी सेहत पर ध्यान दें और बेवजह थकान या कमजोरी होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें, यह लक्षण डायबिटीज का हो सकता हैं। 

धुंधला दिखाई देना

आँखों में जलन या चीज़े अचानक से धुंधली नज़र आने लग जाए तो यह एक डायबिटीज के लक्षणों में एक हो सकता है। इस लक्षण को नजरंदाज न करें तुरंत ही डॉक्टर से मिलें। 

हाथ-पैरों में झुनझुनी

जब शरीर में डायबिटीज की समस्या पैदा होती है तब हाथ पैरों में जलन, झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो सकता है। ऐसा महसूस होने पर डायबिटीज की जांच करवा सकते हैं। 

अगर आपको अपने शरीर में बताएं हुए कोई भी लक्षण नज़र आ रहे यहीं तो आप आज ही mediyaar से डायबिटीज टेस्ट बुक कर सकते हैं। 

 

पुरूषों में डायबिटीज के कारण 

 

व्यक्ति की खराब जीवनशैली उसके खराब स्वास्थ्य का कारण बनती है और इसी वजह से बहुत सी बीमारियाँ अपना घर बना सकती है, जिसमें डायबिटीज भी शामिल है। आइए जानते हैं इसके होने क्या कारण हो सकते हैं-

असंतुलित डाइट

शरीर में अगर ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट जाएं तो यह शरीर में ग्लूकोज लेवल बढ़ा देता है, जिससे डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। 

मोटापा

शरीर में बढ़ता मोटापा बहुत-सी समस्या का कारण बन सकता है और डायबिटीज उनमें से एक है। मोटापे के कारण इंसुलिन सही से काम नहीं कर पाता है और शुगर लेवल बढ़ने लग जाता है। खासकर पेट के आसपास वसा जमता हुआ नज़र आने लग जाएगा तब यह डायबिटीज के होने वाले खतरे की ओर एक इशारा हो सकता है। 

आनुवांशिक

जरूरी नहीं है कि डायबिटीज किसी समस्या या बीमारी के कारण हो। अगर पपरिवार में पहले से ही किसी एक यह समस्या है तो यह अगली पीढ़ी में देखने मिल सकती है। आप अपने एक स्वस्थ लाइफस्टाइल की मदद से खुदको इस समस्या से बचा सकते हैं। 

शारीरिक गतिविधि कम होना

अगर आलास में रहते हैं या फिर अपनी कैलोरी के हिसाब से कोई खास शारीरिक गतिविधि को नहीं करते हैं तो यह आपके शरीर में शुगर लेवल को बिगड़ सकती है। इस कारण आपको डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है।   

तनाव

जब कोई भी व्यक्ति जरूरत से ज्यादा तनाव लेने लग जाता है तब उसके शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने लग जाता है जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है। इस कारण डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। 

धूम्रपान व शराब

यह बात तो सभी जानते हैं कि शराब और धूम्रपान कितना नुकसानदायक है लेकिन फिर भी इनकी आदतें नहीं छोड़ते हैं। यह दोनों ही कहीं न कहीं डायबिटीज का कारण बन सकती है क्योंकि इनके सेवन से शरीर में मेटाबॉलिज्म खराब होता है और साथ ही ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो जाता है। 

नींद की कमी

हर व्यक्ति के लिए एक अच्छी और गहरी नींद लेना बहुत ही ज़रूरी है जिससे आप कई समस्याओं से अपना बचाव कर सकते हैं। पर्याप्त नींद न मिलने के कारण शरीर में हार्मोनल समस्याएं पैदा हो सकती हैं जिसके कारण आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।  

 

डायबिटीज को कंट्रोल करने के उपाय 

 

आज के समय में बहुत से लोगों डायबिटीज समस्या दिखना एक आम बात हो गई है। अगर व्यक्ति सही खानपान और जीवन शैली अपनाता है तो शुगर लेवल को भी कंट्रोल कर सकता है। तो आइए जानते हैं डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कुछ असरदार उपाय:-

संतुलित आहार लें 

व्यक्ति अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जिया और फल आदि को शामिल करके एक संतुलित आहार की शुरुआत कर सकता है। अगर व्यक्ति अधिक फाइबर वाला भोजन करता है तो शुगर लेवल को धीरे-धीरे नियंत्रण में ला सकता हैं। 

नियमित व्यायाम करें 

स्वतः रहना चाहते हैं और बीमारियों को खुद से दूर रखना चाहते हैं तो रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तक कोई भी शारीरिक गतिविधि करें जियसे कि टहलें, व्यायाम करे या योग करें।

मीठी चीजों या मीठे पेय से बचें 

अगर आपको डायबिटीज है तो शुगर का सेवन काम ही करें। कोशिश करें कि कोल्ड ड्रिंक, पैकेट वाले जूस, मिठाई, आलू आदि से दूरी रखें। ऐसा करना आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगा। 

हाइड्रेटेड रहें 

शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल सकें उसके लिए आपको अच्छी मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। कम से कम भी हर व्यक्ति को दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। 

तनाव को कम करें

अगर आप तनाव का सामना बार-बार कर रहे हैं तो अच्छी नींद लें। आप चाहे तो ध्यान या मेडिटेशन भी कर सकते हैं जिससे आप खुदकों तनाव मुक्त रख पाएंगे। ऐसा करने से आप हार्मोन संतुलित रख पाएंगे और डायबिटीज की समस्या से बचाव भी कर पाएंगे।

दवाइयों का नियमित सेवन करें 

अपनी डायबिटीज की दवाई का समय से पालन करें साथ ही समय समय पर नियमित रूप अपने शुगर लेवल को मॉनिटर करें। 

 

नोट: 

डायबिटीज की समस्या एक गंभीर समस्या भी बन सकती है। इसलिए समय से दवाई खाएं और एक स्वस्थ आहार का पालन करें।

 

मेडिकल डिस्क्लेमर - निम्नलिखित जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए ही है। इस वेबसाइट पर दी गई कोई भी जानकारी, जिसमें टेक्स्ट, ग्राफ़िक और चित्र शामिल हैं, वह पेशेवर चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं है। कृपया अपनी स्थिति से संबंधित विशिष्ट चिकित्सा सलाह के बारे में जानने और समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।