आज के समय में बहुत से लोगों में पेट से जुड़ी समस्या देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम लोगों का लाइफस्टाइल इतना अलग और बदलता रहता है कि खाने-पीने का कोई समय तय नही है, जिसकी वजह से पेट से जुड़ी कोई भी समस्या हो सकती है, खासकर पेट में गैस बनना या फिर कब्ज की शिकायत रहना। कई बार पेट में गैस बनने के कारण पेट में दर्द, पेट फूलना, बैचनी, खट्टी डकार या सीने में जलन महसूस हो सकती है।
जब बदहजमी होती है या किसी अन्य कारण पेट में गैस बनती है तो आप अपने शरीर में यह लक्षण देख सकते हैं-
वजन घटना
थकान
कमजोरी
सिर दर्द
हिचकी
पेट में ऐंठन
पेट में मरोड़
गैस पास करना
मल का रंग बदलना
कई बार मल के साथ खून आना
दस्त
पेट में गैस बनने की कई वजह हो सकती है। सबसे पहले व्यक्ति का खराब जीवनशैली और गलत व खराब खानपान इसमें शामिल है। जो व्यक्ति छोले, राजमा, पालक, पत्ता गोभी, चना, चने की दाल, बीन्स, बेसन से बने फ्राइड आइटम्स और मैदा आदि का जरूरत से ज्यादा सेवन करते हैं, उनको अक्सर पेट में गैस बनी रहती हैं। यह भी कहा जाता है कि खाने के साथ अगर आप पानी का सेवन अधिक करते हैं तो यह भी पेट में गैस का एक कारण हो सकता है।
अगर आप रात के समय खाने में देर करते हैं या रात को भोजन में हेवी डिश जैसे कि चिकन, मटन या मछली आदि खाते हैं, तो पेट में गैस या पेट फूलना (pet me gas banne ka karan) एक कारण हो सकता है।
यह देखा गया है कि कुछ लोग दोपहर या रात का भोजन करने के बाद तुरंत बिस्तर पर लेट जाते हैं। ऐसा करने से पेट में गैस बनती है। व्यक्ति को कम से कम खाने के बाद 15 से 20 मिनट तक टहलना चाहिए।
सिगरेट, शराब और चाय का ज्यादा सेवन निष्क्रिय जीवनशैली (inactive lifestyle) की निशानी है और यह भी एक कारण है जो पेट में गैस बनाता है।
खाना खाने के बाद टहलना सही रहता है लेकिन कुछ लोग खाने के बाद एक्सरसाइज करते हैं। ऐसा करना भी पेट फूलने का कारण हो सकता है।
रात के समय में फल का सेवन,
नाश्ता या डिनर न करना,
खट्टे और मीठे चीजों का एक साथ सेवन करना,
ज्यादा तेल या मसालेदार भोजन का सेवन,
फास्ट फूड्स और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन
पेट में गैस के घरेलू उपाय (gas ka gharelu upay) आप कुछ नीचे बताएं हुए नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं जिससे आप पेट में होने वाली समस्याओं से राहत पा सकते हैं-
हर व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है तो उसके लिए पर्याप्त पानी की परिभाषा भी अलग हो सकती है, लेकिन डॉक्टर और विशेषज्ञ का कहना है कि हर व्यक्ति को दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। सही मात्रा में पानी का सेवन करने से आपकी आंतें साफ रखने में मदद मिलेगी, साथ ही गैस की समस्या होने से भी बचाव होगा।
जितना पानी का सेवन जरूरी है उतना ही दिन भर में एक से दो बार गर्म पानी पीना भी जरूरी है। आप कोशिश करें कि रोज सुबह खाली पेट 1 से 2 गिलास हल्का गर्म पानी पीने की आदत बनाएं। ऐसा करने से मल त्याग करने में मदद मिलेगी जिससे आपका पेट साफ रहेगा साथ ही पेट में गैस नहीं बन पाएगी।
गैस बनने पर क्या करें? निम्बू में मौजूद साइट्रिक एसिड हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में निम्बू का रस डालकर रोज़ाना सेवन करते हैं, तो कब्ज और गैस की समस्या से राहत पा सकते हैं। आप चाहे तो निम्बू की चाय का भी सेवन कर सकते हैं।
अगर आप खाने के बाद आधा गिलास पानी में जीरा पाउडर और काला नमक मिलाकर सेवन करते हैं तो गैस और कब्ज में राहत पा सकते हैं। आप एक डब्बे में जीरा पाउडर और काला नमक बराबर मात्रा में मिलाकर रख सकते हैं।
नारियल का पानी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है और इसमें मौजूद विटामिन्स, पोषक तत्व और एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज हमारे पेट में गैस या जलन की समस्या से राहत दिलाने में असरदार है। अगर आप नारियल पानी को रोज़ाना पीते हैं तो यह पेट से जुड़ी समस्याओं के साथ सेहत से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी आराम दिलाने में मददगार साबित हुआ है।
यह आपने सुना ही होगा कि ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। इसलिए ग्रीन टी के सेवन से पेट में गैस या कब्ज होने की समस्या में राहत पा सकते हैं। आप पूरे दिन में 1 से 2 कप ग्रीन टी पी सकते हैं और आप चाहे तो ग्रीन टी में नींबू का रस भी मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
जब पेट में गैस बनती है तब इसका मतलब यह होता है कि पेट के अंदर एसिड लेवल बढ़ रहा है। पेट में बन रहे एसिड को कम करने या पेट दर्द से राहत पाने के लिए, एक चम्मच सेब के सिरके को पानी में मिलाकर सेवन कीजिए, इससे आपको राहत मिलेगी। कुछ लोगों को सेब के सिरके से ऐलर्जी हो सकती है तो वह अन्य उपाय अजमाएं।
अजवाइन पेट से जुड़ी समस्या के लिए बहुत लाभकारी है। आप एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन को रातभर भिगोकर छोड़ दीजिए। फिर सुबह उसे कुछ मिनटों तक उबाले और एक कप में छानकर इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दीजिए। फिर इसमें निम्बू का रस मिलाकर सुबह खाली पेट पीएं।
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए रोजाना सुबह या शाम में हल्का-फुल्का व्यायाम करना फायदेमंद रहता है। आप व्यायाम करें या योग दोनों ही पाचन तंत्र को सही से काम करने में मदद करते हैं और इसी वजह से गैस, कब्ज या पेट फूलने जैसी समस्याएं पैदा नहीं होती है या फिर खत्म हो जाती है।
खाना खाने के बाद तुरंत बैठ जाना या फिर लेट जाना पेट में गैस या पेट फूलने की समस्या पैदा करता है। इसलिए दोपहर या रात का भोजन करने बाद व्यक्ति को 10 से 15 मिनट तक रोज़ाना टहलना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति का हाजमा सही रहता है और खाने को आसानी से हजम होने में भी मदद मिलती है।
आप अपने दोपहर या रात के खाने में सलाद को ज़रूर शामिल करें। सलाद का सेवन पेट और हाजमा दोनों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। आप खीरा, मूली, गाजर, चुकंदर और प्याज का सलाद बना सकते हैं।
अगर आप दही का सेवन करते हैं तो पेट से जुड़ी कई समस्याओं में राहत पा सकते हैं। पेट में गैस या कब्ज होने पर चाहे तो सुबह खाली पेट दही खा सकते हैं। दही में कुछ ख़ास तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो आपके हाजमा को सही और पेट के स्वास्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
पेट में गैस या कब्ज से राहत पाने के लिए आप सुबह खाली पेट केला खा सकते हैं या केले का शेक बनाकर पी सकते हैं। केले में मौजूद पोटैशियम और आयरन पेट में गैस बनने से रोकने में मदद करते हैं। आप दिनभर में 1 से 2 केले का सेवन कर सकते हैं।
सौंफ में मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण पेट में गैस, जलन, दर्द और पेट फूलने की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। यह हमारे डायजेशन सिस्टम को सही रखने के साथ-साथ शरीर के तनाव को भी दूर करता है।
अगर पेट में गैस (gas ke gharelu upay) महसूस कर रहें है तो आप अजवाइन, जीरा, अदरक, केला या फिर दही का सेवन करके अपनी समस्या में राहत पा सकते हैं। इन सभी खाद्य पदार्थों में प्रोबायोटिक्स, फाइबर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जिससे पेट में होने वाली गैस को कम करने में मदद मिलती हैं।
कई बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हर्निया, लिवर से जुड़ी समस्या, आंत की बीमारी, पेट का कैंसर, पैंक्रियाज का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर आदि भी के कारण भी पेट में गैस या कब्ज हो सकता है या फिर पेट फूलने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर अपको दो से तीन दिन के अंदर घरेलू नुस्खों से कोई फ़ायदा नहीं होता है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श कीजिए।