Saturday, June 14 ,2025

Sore Throat In Hindi: जानिए गले में खराश के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में।


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किसी भी व्यक्ति के गले में खराश होना एक आम समस्या है। यह समस्या ज्यादातर मौसम में बदलाव आने के समय पर दिखाई देती है। जब कोई व्यक्ति इस समस्या से परेशान चल रहा होता है, तो कुछ भी खाने-पीने या निगलने में काफी दर्द और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वैसे गले में खराश होने पर उपचार की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि कुछ दिनों के भीतर यह अपने आप ही ठीक हो जाती है। मगर, जब यह समस्या कुछ दिन के भीतर सही न हो तो चिंता का विषय बन सकता है। इसलिए जब यह लंबे समय से दिक्कत कर रही है तो डॉक्टर से जाकर मिलें। इस ब्लॉग के जरिए हम जानेंगे गले में खराश के कारण, लक्षण और कुछ घरेलू उपचारों के बारे में। 

 

गले में खराश के क्या लक्षण होते हैं? (Symptoms Of Sore Throat In Hindi)

 

जब कोई भी बीमारी होती है तो उसके लक्षण दिखाई देते हैं वैसे ही गले में खराश होने पर भी आप कुछ लक्षणों का अनुभव करेंगे जैसे कि - 

 

  1. आपको अपनी आवाज में बदलाव नज़र आएगा। 

  2. आप को अपने गले के आस-पास खुजली महसूस हो सकती है। 

  3. आप अपने गले के क्षेत्र में हल्की सूजन महसूस कर सकते हैं। 

  4. आपको गले में खिचखिच जैसा महसूस हो सकता है। 

  5. आपको अपनी आवाज में भारीपन लग सकता है। 

  6. आपका गला बैठ सकता है। 

  7. कुछ खाते-पीते समय गले में दर्द हो सकता है। 

  8. बात करते समय यानि बोलते समय गले में हल्का दर्द महसूस कर सकते हैं। 

अगर आपको गले में खराश लग रही है तो आप ऊपर बताए हुए लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं। 

 

गले में खराश के क्या कारण हो सकते हैं? (Causes Of Sore Throat In Hindi)

 

गले में खराश होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन मुख्य कारणों की बात की जाए तो वह यह है -

  • गले में खराश होने के सामान्य कारणों में वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम और फ्लू हैं। 

  • गले को प्रभावित करने वाली एलर्जी भी गले में खराश की वजह हो सकती है। 

  • गले में ट्यूमर होने पर भी गले में खराश की शिकायत नज़र आ सकती है। 

  • आस-पास का शुष्क वातावरण भी गले में खराश की वजह बन सकता है। 

  • कई बार गर्दन में चोट लगने से भी गले में दर्द हो सकता है, जिससे गले में खराश महसूस हो सकती है।

  • टॉन्सिलाइटिस की वजह से भी गले में खराश, दर्द और सूजन की समस्या नज़र आ सकती है। 

  • शराब या सिगरेट से गले में खराश होना तय है।

  • गले में खराश के कारणों में बैक्टीरियल इंफेक्शन का नाम भी शामिल है। 

  • गले में खराश के कारणों में जीईआरडी (GERD) या एसिड रिफ्लक्स रोग (acid reflux disease) जैसी बीमारियां शामिल है। 

अगर आप बताएं हुए कारणों पर ध्यान दें तो कुछ सावधानियां बरतकर खुद को गले में खराश और अन्य गले से जुड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं।

 

गले में खराश के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies For Sore Throat In Hindi)

 

किसी सामान्य कारण से गले में खराश होने पर अक्सर उपचार की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह कुछ दिनों के अंदर अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन जब यह अपने आप ठीक न हो तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लेना चाहिए, न जाने क्या समस्या हो। कई बार छोटी-छोटी बाते नजरंदाज करने पर बड़ी बन सकती है। आप गले में खराश होने पर कुछ खास घरेलू नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं। 

गुनगुने पानी से गरारे करें

आप एक गिलास हल्का गर्म पानी में थोड़ा-सा नमक मिलाकर, दिन में 2 से 3 बार गरारे कीजिए। गरारे करने से गले में हो रही खराश और दर्द से राहत मिलेगी। 

गर्म पानी पीएं 

अगर आपको गले में खराश है तो आप ठंडा या नॉर्मल पानी न पीकर, हल्का गर्म पानी पीएं। इससे गले में होने वाली खिचखिच दूर हो जाएगी और गले के दर्द में भी आराम मिल जाएगा। 

नींबू पानी का सेवन करें 

आप चाहें तो नींबू पानी का सेवन भी कर सकते हैं। इस पीने से गले में नमी बनती है और गले में खराश की वजह से होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है। 

अदरक का सेवन करें 

अदरक गले के लिए काफी फायदेमंद होता है। अगर गले में खराश है तो आप चाय में अदरक डालकर भी सेवन कर सकते हैं  या फिर इसका रस पी सकते हैं। अदरक में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण दर्द और सूजन से राहत दिलाने में काफी असरदार है।

सोंठ पाउडर का सेवन करें

आप गले की खराश से राहत पाने के लिए सोंठ पाउडर का सेवन कर सकते हैं। आप रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध के अंदर आधा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाकर पीएं।  

तुलसी की पत्तियों का सेवन करें

गले में होने वाली खराश में राहत पाने के लिए आप तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप 4 से 5 तुलसी की पत्तियों को पानी में उबाल लीजिए। फिर इसे छानकर पी लीजिए। आप चाहें तो इसमें शहद को भी मिलाकर पी सकते हैं। 

मुलेठी का सेवन करें

गले में खराश होने पर मुलेठी का सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है। आपको एक चम्मच मुलेठी पाउडर में एक चम्मच शहद में मिलाकर सेवन कीजिए। आप इसका सेवन दिन में कम से कम दो बार जरूर करें। 

आंवला का सेवन करें

गले में खराश या कफ होने पर आंवले का भी सेवन कर सकते हैं। आंवले का रस निकाल कर उसमें 1 चम्मच शहद को मिलाएं। फिर इसे दिन में दो बार पीएं यह कफ को साफ में मदद करेगा। 

मेथी पानी का सेवन करें

गले की खराश के लिए मेथी का पानी काफी फायदेमंद माना गया है। मेथी में एक प्राकृतिक कंपाउंड है जो गले को साफ करने में मददगार साबित हुआ है। आप 1 गिलास पानी में 1 चम्मच मेथी डालकर 5 मिनट तक उबालें। फिर इसे छान कर चाय की तरह पीएं। 

दालचीनी का सेवन करें

दालचीनी के सेवन से सर्दी-खांसी, गले में खराश जैसी समस्या ठीक होती है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर या छोटी दालचीनी की छड़ी लीजिए। आप उसको एक गिलास पानी में 5 मिनट तक अच्छे से उबालें, फिर इसे छानकर  ठंडा होने दें। फिर आप इस के अंदर थोड़ा शहद और नींबू मिलाकर पीएं। 

गले की सिकाई करना

गले में खराश होने पर आप गले की सिकाई भी कर सकते हैं। ऐसा करने से गले की ग्रंथियों में आराम आएगा, जिससे खराश से भी राहत मिल सकती है।

जब गले में खराश हो तो कुछ खाने-पीने की चीजों से परहेज करना सही रहता है। आप तले-भुने और मसालेदार खाद्य पदार्थ का सेवन न करें। साथ ही आप  ब्रेड, आचार, कोल्ड ड्रिंक्स, सिगरेट, शराब से भी दूरी बनाएं। 

 

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? (When to see a doctor)

 

अगर गले की खराश बताए हुए घरेलू नुस्खों से 2 से 3 दिन में सही हो जाए, तो आप चाहे डॉक्टर के पास न भी जाए तब भी ठीक है। लेकिन अगर गले की खराश एक सप्ताह से ज्यादा पुरानी हो गई हो और यह ठीक नहीं हो रही है सभी उपाय करने के बाद भी, तो ऐसी स्थिति में आपको तुरंत एक अनुभवी डॉक्टर से मिलना चाहिए। गले की समस्या दिखाने के लिए नाक, कान और गले के डॉक्टर यानी ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें। आप अपनी समस्या और लक्षणों को स्पष्ट रूप से डॉक्टर को बताएं जिसके आधार पर डॉक्टर कुछ जांच की मदद से गले में होने वाली खराश का एक सटीक कारण का पता लगा पाएगा। जिसके बाद वह एक सही उपचार शुरू कर आपकी समस्या को ठीक करने की ओर कदम बढ़ाएगा। 

 

नोट:

लंबे समय तक गले में खराश रहने की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह एक गंभीर समस्या भी बन सकती है। सिर्फ घरेलू उपायों के भरोसे न बैठे, दिक्कत को बढ़ने न दें तुरंत डॉक्टर से मिलें।