Saturday, June 14 ,2025

Summer Cold in Hindi : जानिए विस्तार से समर कोल्ड के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में!


summer cold in hindi

भीषण गर्मी आई नहीं कि सभी लोग फ्रिज का ठंडा पानी, ठंडाई, कोल्डड्रिंक और आइस-क्रीम आदि का सेवन शुरू कर देते हैं। हर समय कूलर, एसी में बैठे हुए नज़र आते हैं। बेशक यह सब चीज़े आपको गर्मी में राहत देती हो लेकिन यही सब चीज़े आपके शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है। इन सबक गलत समय पर इस्तेमाल करने से आपको सर्दी-जुकाम हो सकता है। गर्मी में भी लोगों को सर्दी-जुकाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। आज इस ब्लॉग के जरिए जानेंगे कि समर कोल्ड क्या है, इसके होने के कारण, लक्षण और बचाव के साथ-साथ घेरलु उपचार के बारे में विस्तार से बात करेंगे। 

 

समर कोल्ड क्या है? (What is Summer Cold in Hindi?)

 

भीषण गर्मी के मौसम में होने वाले सर्दी-जुकाम की समस्या को अंग्रेजी में समर कोल्ड कहा जाता है। वैसे बहुत से लोगों यह कहते हैं कि सर्दी और जुकाम की समस्या बदलते मौसम की वजह से होती है। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि  आपको गर्मी के मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या नहीं हो सकती है। गर्मी में होने वाली सर्दी या जुकाम की समस्या में भी आपको बहुत से लक्षण सामान्य फ्लू या सर्दी में दिखाई दए सकते हैं। वैसे यह संक्रमण होने के 5 से 7 दिन में यह लक्षण अपने आप खत्म भी हो जाते हैं। गर्मी के मौसम में होने वाली सर्दी-जुकाम की समस्या ज्यादातर एंटरोवायरस की वजह से होती है।

 

गर्मी में होने वाले सर्दी-जुकाम के लक्षण क्या है? (Summer Cold Symptoms in Hindi)

 

भीषण गर्मी के मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या होने पर नज़र आने वाले लक्षण सामान्य सर्दी की वजह से होने वाली सर्दी-जुकाम के लक्षणों से बिलकुल मिलते-जुलते ही होते हैं। गर्मी के मौसम में होने वाली सर्दी-जुकाम के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं:-

  • नाक बहना 

  • खांसी होना 

  • तेज सिरदर्द होना

  • साइनस होना 

  • गले में खराश होना 

  • छींक आना

  • मांसपेशियों में दर्द होना 

  • कुछ केस में हल्का बुखार भी हो सकता है

 

समर कोल्ड का कारण (Cause of Summer Cold in Hindi)

 

अचानक तापमान में बदलाव

तेज धूप से निकलकर एसी की ठंडी हवा में आना या फिर किसी भी तरह के ठंडे पेय पदार्थों का जरूरत से ज्यादा सेवन करने से शरीर के तापमान बदलाव आ जाता है या कहे कि शरीर का तापमान असंतुलित हो जाता है। इस असंतुलन के कारण समर कोल्ड की समस्या होती है। 

वायरस

सर्दी-जुकाम होने का एक कारण वायरस भी होता है और यह वायरस किसी भी मौसम को नहीं देखते हैं। गर्मी में होने वाले सर्दी-जुकाम का होने कारण एंटरोवायरस नाम का वायरस है। यह खासकर तौर पर गर्मियों में जुकाम का अहम कारण बनता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैलता है, इसलिए ज़रा ध्यान रखें कि आप किसी भी संक्रमित व्यक्ति से मिलें तो ज़रा सावधानियाँ बरते। 

कमजोर इम्युनिटी

जब व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है या कमजोर होती है तब वह किसी भी प्रकार के संक्रमण का शिकार आसानी से बन जाता है। इसलिए कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति को समर कोल्ड होना एक आम बात है। 

 

गर्मी में सर्दी-जुकाम से बचाव (How to Prevent Cold in Summer in Hindi)

 

तापमान का ध्यान रखें 

धूप से निकलने के बाद आप सीधे एसी में तुरंत न बैठे या वैसी जगह पर जाने से बचें। ऐसा करने से आप सर्द-गर्म की समस्या से बचेंगे और आप का शरीर भी तापमान को सही संभाल पाएगा। आप इस बात का भी ध्यान रखें कि एसी के तापमान को बहुत कम पर करके न रखें, यह भी एक व्यक्त के बाद आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें 

अपने आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी का इस्तेमाल करके धोएं। ऐसा करना सर्दी-जुकाम वाले वायरस से बचाव होगा साथ ही संभावित लक्षणों को भी रोक जा सकता है। 

मास्क का इस्तेमाल करें 

बदलते मौसम और वाइरल के समय में भीड़भाड़ में बाजार जाते समय मास्क पहने। ऐसा करने से आप सर्दी-जुकाम से बचाव का एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है। ऐसा करने से हवा में मौजूद वायरस सांस के रास्ते शरीर में प्रवेश नहीं कर पाएगा।

हाइड्रेटेड रहें (पानी पीते रहें)

भीषण गर्मी के समय सबसे जरूरी है कि आप अपने शरीर को डिहाइड्रेटेड न होने दें, इसलिए आप हर थोड़ देर में कुछ न कुछ पीते रहें। साथ ही आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आप डाइट में ऐसे फलों को शामिल कीजिए, जिससे भरपूर मात्रा में मिनरल्स और विटामिन्स ले सकें। विटामिन्स और मिनरल्स का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को बेहतर करने में भी मददगार होता है। वैसे तो आप सादा पानी पीते रहना चाहिए लेकिन कई बार सादा पानी की इच्छा नहीं होती तब आप इसमें नींबू मिलाकर शर्बत भी बनाकर पी सकते हैं। आप चाहे तो नारियल पानी, फलों का जूस और लस्सी भी पी सकते हैं। 

संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं  

जब कोई व्यक्ति संक्रमित हो उससे दूरी बनाकर रखें। ऐसा इसलिए, क्योंकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से आप भी इस वायरस का शिकार बन सकते हैं। आप बाजार में किसी भी चीज को छूने के बाद अपने हाथों को साफ करणए के लिए सैनिटाइज़र कज इस्तेमाल करें। अपने गंदे हाथों को चेहरे पर न लगाएं।

गले की सफाई 

गले में खराश महसूस होने पर तुरंत अपने गले की सफ़ाई  कीजिए। आप गर्म पानी में नमक मिलाकर, अच्छे से  गरारे कीजिए जिससे आपकी गले की खराश में आराम जाएगा। 

वैसे तो गर्मियों में सर्दी-जुकाम की समस्या 1 से 2 दिन के भीतर ही ठीक हो जाती है।  लेकिन कई बार यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है तो बिना किसी तरह की देरी किए आप डॉक्टर से उचित इलाज लीजिए। 

 

समर कोल्ड का घरेलू उपाय (Home remedy for summer cold in Hindi)

 

अदरक 

अदरक का इस्तेमाल करके आप आप सर्दी-जुकाम की समस्या में राहत पा सकते हैं। अदरक बहुत फायदेमंद है।  आप सर्दी-जुकाम को ठीक करने एके लिए अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं या चाहे तो शहद के साथ अदरक का छोटा टुकड़ा भी खा सकते है। 

हल्दी वाला गर्म दूध 

सर्दी-जुकाम की समस्या होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाला गर्म दूध पीएं। ऐसा करणए से सर्दी-जुकाम की समस्या में राहत मिलेगी और सेहत में भी सुधार आएगा।

शहद और नींबू 

सर्दी-जुकाम की समस्या के दौरान गले में खराश भी होती है तो आप उस समय गुनगुने पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीएं। ऐसा करने से  गले की खराश और खांसी दोनों में ही आपको आराम मिलेगा।

संतुलित आहार

किसी भी बीमारी के समय एक स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन करना अच्छा रहता है। आप विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां अपनी डाइट में शामिल कीजिए, इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होगी। 

आराम करें 

बीमारी के समय शरीर को जितना आराम मिलेगा उतनी जल्दी आपकि सेहत में सुधार आएगा। 

ध्यान दें

अगर समर कोल्ड के लक्षणों पर ध्यान दें और यह ज्यादा परेशान कर रहे हैं या लंबे समय से बने हुए हैं, तो डॉक्टर से मिलें और अपना इलाज सही दिशा में करवाएं। 

 

नोट: 

समर कोल्ड की समस्या कोई गंभीर समस्या नहीं है। आप कुछ बातों का ध्यान रखकर इससे बच सकते हैं। साथ ही घरेलू उपाय करके भी इससे निजात पा सकते हैं। 2 से 3 दिन में समर कोल्ड ठीक न हो तो, डॉक्टर से परामर्श लें।