आज के समय में भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में कमजोरी और थकान होना एक आम बात है। व्यक्ति को कभी न कभी अपने जीवन में कमजोरी तो ज़रूर ही महसूस हुई होगी, जिसकी वजह से काम करने का मन नहीं करता है और बस आराम करने की इच्छा होती है। व्यक्ति को ऐसा लगता है कि शरीर किसी भी काम को करने की शक्ति नहीं रखता है, इतना ही नहीं होता है बल्कि जब किसी खास हिस्से में कमजोरी महसूस हो रही होती है, तब उस हिस्से को हिलाने में भी दिक्कत हती है। बहुत बार दर्द, ऐंठन आदि जैसे समस्या भी महसूस होती है। व्यक्ति कई बार कमजोरी के लक्षण में जल्दी सांस फूल जाना, शारीरिक काम करने में दिक्कत आना, और हर समय थका हुआ महसूस करना आदि, यह सभी लक्षण शरीर में कमजोरी होने के संकेत हो सकते हैं। इसकी कई वजह हो सकती है जैसे कि शरीर में विटामिन की कमी या शरीर को दिनभर में वो न्यूट्रिएंट्स न मिल पाना जो कि शरीर को उचित मात्रा में होता है। आज कमजोरी क्यों होती है इसके पीछे के कारण, लक्षण, उपचार के ऊपर पर चर्चा करेंगे।
शरीर में कमजोरी के लक्षणों को पहचानना बहुत ही जरूरी है, जिससे समय पर सही उपचार किया जा सकें।
अगर व्यक्ति को रोज़ के काम में करने में भी थकान और सुस्ती का एहसास हो रह है, तो यह शरीर में कमजोरी का एक सबसे बढ़ा लक्षण होता है। इसको नज़रंदाज़ न करें।
अगर हल्का शारीरिक प्रयास या काम करने पर भी व्यक्ति की सांस फूलने लग रही है, तो यह लक्षण भी कमजोरी की ओर संकेत करता है।
पहले जो काम आसानी से कर लिया करते थे लेकिन उन कामों करने में दिक्कत आ रही है, तो शरीर में कमजोरी के लक्षणों में एक हो सकता है।
कमजोरी की वजह से मस्तिष्क को पर्याप्त पोषण और ऑक्सीजन न मिलने के कारण व्य्त्की को सिरदर्द होने लगता है और कई मामलों में तो व्यक्ति को चक्कर भी आ सकते हैं। ऐसा बार-बार होना कमजोरी के लक्षण का इशारा हो सकता है।
अगर रात की नींद में दिक्कते आना भी कमजोरी की वजह बन सकता है। सोते समय बार-बार उठ जाना या फिर नींद सही से पूरी नहीं हो पाना, नींद की कमी आदि, यह भी लक्षण कमजोरी का संकेत हो सकता है।
जब शरीर में कमजोरी आने लगती है तब उस वजह से मांसपेशियों की ताकत में कमी आने लगती है, जिसकी वजह से वजन में भी कम होने लगता है। अगर बिना किसी खास कारण के व्यक्ति का वजन कम होने लग जाए, तो यह एक गंभीर समस्या भी हो सकती है। बिना किसी भी तरह कि देरी करे तुरंत डॉक्टर से मिलें।
शरीर में हो रही कमजोरी का असर व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। इसलिए लगातार थकान और कमजोरी महसूस होने कारण व्यक्ति में चिंता और तनाव बढ़ सकता है।
शरीर में कमजोरी के कारण व्यक्ति की मांसपेशियों में अकड़न, दर्द या थकावट महसूस होती है। यह समस्या अक्सर विटामिन और खनिजों की कमी की वजह से होती है।
शरीर में जब कमजोरी आने लगती है तो उसकी कई वजह हो सकती हैं, जो कि एक व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति पर बुरा असर डालते हुए प्रभावित कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि शरीर में कमजोरी के क्या हम हो सकते हैं:-
जब व्यक्ति के शरीर में विटामिन बी 12, आयरन और विटामिन डी की कमी होने लगती है तब कमजोरी होना शुरू हो जाती है, यही एक अहम करण जो शरीर में कमजोरी की बन सकती है।
अनुशासनहीन खानपान ज्सिमें शामिल है अधिक जंक फूड का सेवन जो कि शरीर की ऊर्जा को घटा सकते हैं। कम ताजे फल और सब्जियाँ का सेवन भी शरीर में कमजोरी की वजह बन सकता है इसलिए अधिक फल और सब्जियों को अपनी डाइट में जोड़े।
अधिक काम का दबाव होना, चिंता में रहना, नींद की कमी होना, या किसी भी प्रकार से मानसिक दबाव होना, यह सभी कारण शारीरिक रूप से भी कमजोरी की वजह बन सकती है।
नींद की कमी होने से बहुत सी समस्या होती है इसलिए व्यक्ति को कम से कम भी 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए। जब नींद कि कमी आने लगती है तब मस्तिष्क और शरीर को ऊर्जा का संचार सही रूप से मिल नहीं पाता है और यही वजह है कि शरीर में कमजोरी महसूस होने लगती है।
कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ ऐसी है जिसकी वजह से व्यक्ति को हर समय थकान और आलस महसूस हो सकता है जो कि धीरे-धीरे कमजोरी की वजह भी बन सकती है। ऐसी समस्याओं में शामिल है थायराइड डिसफंक्शन, डायबिटीज की समस्या, एनीमिया की दिक्कत, दिल से जुड़ी की बीमारियाँ या फिर किडनी से जुड़ी समस्याएँ आदि जो कि शरीर में कमजोरी की वजह बन सकती हैं।
कुछ ऐसे उपाय जिसकी मदद से शरीर में महसूस हो रही कमजोरी को दूर किया सकता है:-
ड्राई फ्रूट्स, फल, सब्जियाँ, हरी पत्तेदार सब्जियाँ और दालों का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलने में
मदद मिलती है। अगर आप मांसाहारी पदार्थ खाते हैं तो इसका भी सेवन करने से शरीर को अच्छी मात्रा में उर्जा मिलती है।
नींद की कमी से कमजोरी और थकान बढ़ना एक आम समस्या है, इसलिए व्यक्ति को पर्याप्त, अच्छी और गहरी नींद लेने की आवश्यकता है जो कि 7 से 8 घंटे सोने से मिलेगी।
नियमित रूप से योग, दौड़ना, या ओहिर हल्का व्यायाम करने से शरीर को ऊर्जा प्रदान होती है और शरीर में महसूस हो रही है कमजोरी भी दूर हो जाती है।
व्यक्ति को कम से कम भी दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी यानी 3 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और थकान या कमजोरी दूर होती है।
जब कोई व्यक्ति तनाव से ग्रस्त है तो वह हर समय थका-थका महसूस करता अहि और यह कारण धीरे-धीरे कमजोरी की वजह बन सकती है इसलिए शरीर में ऊर्जा का संचार होता है रह उसके लिए तनाव को मैनेज करना सीखें।
आयरन और विटामिन बी12 की कमी से व्यक्ति में एनीमिया जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए शरीर में कमजोरी होना एक आम कारण होता है। अपनी इस समस्या से राहत पाने के लिए डॉक्टर से इन सप्लीमेंट या दवाई के बारे में जानकारी लें।
अगर आप दिन में थोड़ी देर आराम करें तो शरीर में महसूस हो रही कमजोरी में सुधार लाया जा सकता है।
कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट के मार्किट में मौजूद है जिससे शरीर में कमजोरी के लक्षणों के आधार पर डॉक्टर सुझा सकते हैं:
कंप्लीट ब्लड काउंट (complete blood count- CBC Test)
थायराइड फ़ंक्शन परीक्षण
ब्लड शुगरपरीक्षण
विटामिन डी टेस्ट
इलेक्ट्रोलाइट पैनल (Electrolyte Panel)
ईसीजी (ECG)
यूरिन टेस्ट
एक व्यक्ति के शरीर में कमज़ोरी उसके दैनिक जीवन को काफ़ी प्रभावित कर सकती है, लेकिन इसके लक्षणों, कारणों को समझने से उचित निदान और उपचार किया जा सकता है।
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