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हम लोगों की भागती-दौड़ती ज़िंदगी में खुद के लिए समय कहाँ ही निकल पता है और कोई न कोई बीमारी हमारे शरीर में अपना घर बन लेती है। ऐसी ही एक आम बीमारी है एनीमिया जो आज कल बहुत से लोगों को अपना शिकार बना रही है। इसके बारे में विस्तर से जानते हैं कि इसके लक्षण, कारण, बचाव और टेस्ट क्या होते हैं।
एनीमिया के लक्षणों की पहचान करना आसान है इसलिए बस थोड़ा-सा अपने ऊपर ध्यान देंगे तो आप एनीमिया की समस्या को समझ जाएंगे। अगर लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और सही समय पर इसका इलाज करवा कर अपनी समस्या को बढ़ने से रोकें।
अक्सर एनीमिया की समस्या से जूझ रहे लोगों को थकान और कमजोरी बहुत महसूस होती है। वह अपने सामान्य कार्य करने में भी बहुत थक जाते हैं।
दिल की धड़कन का तेज होना या पल्पिटेशन (Palpitation) भी एनीमिया का लक्षण है। इसमें आवश्यक ऑक्सीजन पूरे शरीर में पहुंचाने में दिक्कत होती है इसलिए व्यक्ति की दिल की धड़कन तेज हो सकती है और इस वजह से पल्पिटेशन की समस्या पैदा हो सकती है।
एनीमिया से जूझ रहे व्यक्ति को सांस लेने दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
एनीमिया की समस्या होने के कारण मरीज की त्वचा का रंग पीला दिखाई देने लगता है और धीरे-धीरे पूरे शरीर पीला पड़ जाता है।
अगर शरीर में खून की कमी होगी तो व्यक्ति को चक्कर आना एक आम कारक बन जाता है। शरीर में कम हेमोग्लोबिन के कारण शरीर में आवश्यक ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाती, जिसकी वजह से मरीज को बार-बार चक्कर आते हैं।
अगर किसी भी व्यक्ति को एनीमिया की शिकायत है उसके रक्त में हेमोग्लोबिन की कमी होने के कारण बालों का झड़ना एक आम समस्या हो सकती है।
यह देखा गया है कि एनीमिया के मरीजों में मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन एक आम समस्या है।
अगर आप यह लक्षण अनुभव कर रहे हैं या अपके परिवार में किसी के अंदर यह लक्षण नज़र आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करते हुए इस समस्या का सही निदान और उपचार करेंगे प्राप्त कर सकते हैं।
एनीमिया की समस्या में एक सबसे आम कारण यह देखा गया कि खून की गुणवत्ता की कमी। इस में शरीर में रक्त कोशिकाओं की नॉर्मल गिनती नहीं बन पाती है। इसके पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं जैसे कि फोलिक एसिड की कमी, पोषण की कमी, विटामिन B12 या फिर अन्य पौष्टिकता जुड़ी समस्याएं।
शरीर में रक्त कोशिकाओं का लगातार नष्ट होना भी एनीमिया की समस्या में एक बड़ा कारण हो सकता है। इसके पीछे चोट या घाव, सही तरीके से काम न करने वाले किडनी या फिर लिवर से जुड़े रोग और कैंसर के इलाज में सही तरह से खून शरीर से हटाया जाता है, जिस वजह खून की कमी हो सकती है।
अगर व्यक्ति के शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी है तो यह भी एक प्रकार की एनीमिया की समस्या होती है। जिसमें मरीज के शरीर में हेमोग्लोबिन की निर्माण की कमी हो जाती है। यह रक्त कोशिकाएं शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करती है।
अगर किसी भी व्यक्ति के शरीर में अधिक मात्रा में खून निकलता है उनमें एनीमिया की शिकायत नज़र आ सकती है। उदाहरण के तौर पर बड़े घाव या आपकी मासिक धर्म की अत्यधिक बहना आदि।
कुछ लोगों में यह समस्या उनके आनुवंशिक कारण की वजह से भी देखने को मिल सकती है।
अन्य कारण: एनीमिया के अन्य कारण के पीछे बहुत से अलग-अलग कारण शामिल हो सकते यहीं जैसे शरीर में रक्त कोशिकाओं की निर्माण में गलतियाँ होना, खून बनाने वाले टिशू में खराबी आना या फिर थालस्सेमिया (Thalassemia)आदि भी एनीमिया होने के कुछ बड़े कारण बन सकते हैं।
अगर आप कारण या लक्षण को समझ रहे हैं और एनीमिया टेस्ट करवाना चाहते हैं तो आज ही mediyaar से अपने लिए एनीमिया टेस्ट बुक कीजिए।
अगर आप एनीमिया जैसे बीमारी से बचना चाहते हैं तो सही आहार, स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं। किसी भी तरह का संदेह हो अपने डॉक्टर की सलाह लें और उनकी सभी बातों को ध्यान सुने और समझे। साथ ही यहाँ कुछ सामान्य टिप्स बताई जा रही है जिनका पालन करके आप एनीमिया जैसे ही समस्या से अपना बचाव कर सकते हैं।
आपको खाने में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, फ़ाइबर, विटामिन और मिनरल्स को शामिल कीजिए। पूरे पोषणयुक्त आहार जैसे हरे पत्तेदार सब्जियां, फल, दही, पूरे अनाज, अंडे, ड्राय फ्रूट्स और मछली आदि को अपने रोजमर्रा के आहार में शामिल कीजिए।
एनीमिया के मरीज को अपनी डाइट में आयरन युक्त आहार शामिल करना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि एनीमिया के मुख्य कारणों में से एक है हेमोग्लोबिन का कमजोर लेवल है। आपको आयरन से भरपूर आहार हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे, दालें, खुबानी, खजूर, आदि को शामिल कर सकते हैं।
एनीमिया के मरीज अपनी डाइट में विटामिन सी जरूर शामिल करें। विटामिन सी युक्त में आप टमाटर, नींबू, संतरा, अमरूद आदि को शामिल करके अच्छी मात्रा आयरन को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं
आप अपनी जीवनशैली को स्वस्थ बनाए जिसके लिए नियमित व्यायाम करना ज़रूरी है। साथी ही अच्छी और पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है। अगर आप स्ट्रेस को कम करने की कोशिश भी करते हैं तो यह अपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होता है।
अगर आपके हेमोग्लोबिन का लेवल बहुत कम है और आपके लक्षण गंभीर हो रहे हैं तो यह एक आपातकालीन स्थति भी बन सकती है। इसलिए डॉक्टर से परामर्श लें और उनके बताएं हुए आयरन सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
एनीमिया की समस्या में अगर आप अच्छा और सही आहार का सेवन करते हुए सही से आराम करते हैं यह काफी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही आप डॉक्टर के द्वारा सुझाए गई दवाइयों का सेवन समय से करें यह बहुत ही ज़रूरी है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप नियमित अपना हेल्थ चेकअप करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर पालन करें।
कई बार एनीमिया के कारण व्यक्ति की स्थिति में सुधार उनके खान-पान के पोषण, जीवनशैली में बदलाव करके भी लाया जा सकता है। साथ ही उसके स्वास्थ्य की विशेष परिस्थितियों पर भी चीज़े निर्भर करती है।