आज के समय में लगभग सभी लोगों को कोई न कोई बीमारी ने घेरा हुआ है इसका अहम कारण बदलती हुई जीवनशैली है। सही समय पर भोजन न करना, बाहर का अधिक तले-भुने भोजन का सेवन, जंक फ़ूड का सेवन या फिर समोकिंग और शराब पीने की आदत आदि। यह सब अहम कारण है जो एक व्यक्ति की सेहत पर बुरा असर डालती है। यह आदत एक आम व्यक्ति से ज्यादा एक बॉलीवुड सितारों में देखने को मिल सकती है, इसलिए आपने देखा होहा पिछले कुछ कुछ सालों में काफी महशूर बॉलीवुड सितारों कम उम्र में ही हार्ट अटैक के कारण गुजर गए। आज के ब्लॉग के ज़रिए समझेंगे कि हार्ट अटैक क्या है? हार्ट अटैक के लक्षण, कारण और बचाव क्या है।
हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है जहाँ दिल की मांसपेशियों को सही मात्रा में खून नहीं मिल पाता है और वैसे आमतौर पर खून के थक्के बनने के कारण भी व्यक्ति को हार्ट अटैक आ सकता है। हार्ट अटैक का मेडिकल टर्म मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन है। यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति की जान भी जा सकती है। कुछ ऐसे मामले हैं जहाँ व्यक्ति की जान भी बच गयी है लेकिन कुछ मामलों में तो व्यक्ति की उम्र 50 से भी कम थी उनकी जान चली गयी। ऐसे बहुत से बड़े बॉलीवुड सितारे जिनकी हार्ट अटैक के कारण जान चली गयी।
शेफाली जरीवाला बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस फेम जिनकी उम्र 42 साल थी उनका निधन भी हार्ट अटैक के कारण हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अभिनेत्री को दिल से जुड़ी दिक्कते थी।
सभी जानते हैं फिल्मों और टीवी के मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की मौत का कारण हार्ट अटैक था। टीवी सीरियल बालिका वधू और रियालिटी शो बिग बॉस के विनर होने की वजह से घर-घर में लोकप्रियता पाई थी। सिद्धार्थ शुक्ला इंडस्ट्री के फिट और डैशिंग एक्टर्स गिने जाते थे, मगर 2 सितंबर 2021 को कार्डियाक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया था।
राज कौशल जो कि फिल्म प्रोड्यूसर थे साथ ही अभिनेत्री मंदिरा बेदी के पति, उनक निधन 30 जून 2021 को हार्ट अटैक के कारण हो गया था। उनकी उम्र 50 वर्ष थी और फिजिकली काफी फिट भी दिखाई पड़ते थे।
अभिनेता अमित मिस्त्री जो कि टीवी, थियेटर और बॉलीवुड में अपनी एक अलग जहाँ बना चुके थे, उनका निधन भी बहुत कम उम्र में हार्ट अटैक की वजह से हो गया था। राधिका आपटे और तुषार कपूर के साथ शोर इन दि सिटी फिल्म और फेमस सीरीज बंदिश बैंडिट्स में भी काम किया था। 2021 में अमित मिस्त्री का 47 की उम्र में निधन हुआ, उनकी मृत्यु का कारण कार्डियाक हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को बताया गया।
फिल्म इंडस्ट्री में काफी बड़े और फेमस कपूर परिवार के छोटे बेटे राजीव कपूर का निधन भी बहुत ही कम उम्र में हो गया था। दिग्गज अभिनेता गिनने जाने वाले ऋषि कपूर और रणधीर कपूर के छोटे भाई राजीव कपूर को 58 उम्र में हार्ट अटैक के कारण उनका निधन हो गया था।
सुरेखा सीकरी नेशनल अवॉर्ड विनर प्रतिष्ठित अभिनेत्री का निधन कार्डियाक अरेस्ट के कारण हुआ था। उनकी तबियत काफी लम्बे समय से ख़राब चल रही थी. जब भी वह बेहतर महसूस करती थी तब वह अपने सभी काम पूरे करती थीं।
हार्ट अटैक के कई कारण हो सकते हैं क्योंकि आदतें या अन्य कारकों की वजह से किसी को दिल का दौरा पड़ सकता है। आइए जानते हैं वह क्या कारण हो सकते हैं जिससे एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है:-
अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड प्रेशर की समस्या है तो यह दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचाता है, जिसकी वजह हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
जब व्यक्ति में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लग जाता है तब यह धमनियों में वसा जमाने लगता है, जिसकी वजह से खून प्रवाह में रुकावट होने लग जाती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
बढ़ता वजन या अधिक वजन होने के कारण से दिल पर दबाव भी अधिक पड़ने लगता है और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
धूम्रपान सेहत के लिए कितना हानिकारक यह बात सभी जानते हैं लेकिन फिर भी इसकी आदत छोड़ नहीं पाते हैं। स्मोकिंग करने से धमनियों में सूजन आने लगती है और कुछ समय बाद ब्लॉकेज का खतरा भी बढ़ जाता है।
डायबिटीज के कारण बहुत से अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है क्योंकि अनियंत्रित शुगर लेवल के चलते मरीज कई बीमरियों का शिकार बन सकता है। अनियंत्रित शुगर लेवल के कारण दिल की धमनियों को नुकसान पहुंचता है और दिल से जुड़ी बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव एक ऐसी समस्या है जिसका निदान आपके आप खुद होता है लेकिन फिर भी करने में असमर्थ होते हैं और इसी के चलते अत्यधिक तनाव के कारण दिल पर दबाव बढ़ जाता है। यही कारण है कई बार हार्ट अटैक की वजह तनाव से जुड़ा होता है।
अगर व्यक्ति फिजिकल एक्टिविटी नहीं करता है तो वह कई तरह की समस्या का शिकार हो सकता है इसलिए व्यायाम करना ज़रूरी होता है। फिजिकल एक्टिविटी की कमी से दिल पर प्रेशर पड़ता है क्योंकि सही से खून संचार नहीं हो पाता है, जिस कारण दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
अगर किसी व्यक्ति का खान-पान सही नहीं है जैसे कि अधिक तला-भुना, वसायुक्त या फिर जंक फूड आदि का सेवन अधिक मात्रा में होता है तो यह दिल की बीमारी का खतरा बढ़ देता है।
अगर आपके परिवार में पहले से दिल से जुड़ी बिमारियों का इतिहास रहा है तो हार्ट अटैक का खतरा भी अधिक रहता है। इसलिए एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएँ।
शराब का अधिक सेवन कई बिमारियों का कारण बनता है उनमें दिल से जुड़ी समस्या भी शामिल है। शराब के सेवन से दिल की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है जो कि हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देता है।
पर्याप्त और अच्छी नींद न लेने के कारण दिल से जुड़े रोग का खतरा बढ़ सकता है, जो आगे जाकर हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
बढती उम्र के कारण शरीर में कई तरह के रोग अपना घर बनाने लगते हैं और उसमें दिल की धमनियां कमजोर होना एक अहम बीमरी है जिसके चलते व्यक्ति को हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।
सीने में दर्द होना
शरीर में जकड़न महसूस होना
बिना अधिक काम करने सांस फूलना
सोते समय सांस आने में रुकावट होना
बिना किसी मेहनत ठंडा पसीना आना
छोटी-छोटी गतिविधियों में अत्यधिक थकावट होना
दिल की धड़कन अनियमित होना
बेहोशी या चक्कर का आना
टांगों और पैरों में सूजन होना
दिल की सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए आप फल, सब्जियों, साबुत अनाज का स्सेवन करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों को भी अपनी डाइट में जोड़ सकते हैं। कोशिश करें कि तले हुए और वसा युक्त भोजन का सेवन कम से कम ही करें।
अपनी दिनचर्या में फिजिकल एक्टिविटी को जोड़े इसलिए रोज़ाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें। अप चाहे तो तेज़ वाक, योग आदि भी कर सकते हैं।
धूम्रपान और शराब दोनों ही दिल की सेहत के लिए काफी हानिकारक है, इसलिए इसके सेवन पर तुरंत ही रोकथाम लगाए।
अगर आप शुगर और बीपी के मरीज है तो नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर से जुड़ी सभी जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह के डाइट व दवाई का सेवन करते हुए, इनको कण्ट्रोल में रखें।
LDL जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल होता है उसे नियंत्रित रखें और HDL जो कि अच्छा कोलेस्ट्रॉल होता है उसे बढ़ाने पर ध्यान दें, जिससे दिल का स्वस्थ बेहतर बना रहें ।
तनाव को मैनेज करने के लिए आप मेडिटेशन और योग का सहारा ले सकते हैं।
अपने बढ़ते वजन को कण्ट्रोल करें जिससे दिल के रोग का खतरा कम हो जाए। संतुलित आहार और व्यायाम के साथ आप अपने बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।
हर व्यक्ति को साल में एक बार तो ECG, लिपिड प्रोफाइल और अन्य दिल से जुड़ी सभी जांचें करवानी चहिये जिससे अगर कोई समस्या हो तो जल्द ही पकड़ में आए और उसे गंभीर होने से रोका जा सकें।
हार्ट अटैक आज एक समय बहुत ही कम उम्र में लोगो को होने लगा है इसलिए अपने दिल की सेहत का विशेष ध्यान रखें और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाए।
मेडिकल डिस्क्लेमर - निम्नलिखित जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए ही है। इस वेबसाइट पर दी गई कोई भी जानकारी, जिसमें टेक्स्ट, ग्राफ़िक और चित्र शामिल हैं, वह पेशेवर चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं है। कृपया अपनी स्थिति से संबंधित विशिष्ट चिकित्सा सलाह के बारे में जानने और समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।