Sunday, July 06 ,2025

विस्तार से जानिए विटामिन डी की कमी के कारण, लक्षण और उपचार!


vitamin d symptoms in hindi

हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रहने के लिए कई पोषक तत्वों और विटामिन की आवश्यकता पड़ती है। उन्ही में से एक सबसे जरूरी है विटामिन डी। विटामिन डी को एक हार्मोन भी कहा जा सकता है, जिसका शरीर में मुख्य काम मानसिक, भावनात्मक के साथ शारीरिक क्षमताओं में संतुलन को बनाए रखने का है। हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियों और मांसपेशियों की कई समस्या उत्पन्न पैदा हो सकती है। ज्यादातर बुजुर्ग लोगों में विटामिन डी की कमी दिखाई देती यही। ज्यादातर 65 साल से ज्यादा आयु के लोगों को विटामिन डी जैसी स्थिति अधिक प्रभावित कर सकती है। विटामिन डी की कमी को रोका जा सकता है और इलाज की मदद से इसको ठीक भी किया जा सकता है। आइए आज के ब्लॉग के जरिए समझते हैं कि विटामिन डी की कमी के कारण, लक्षण और इलाज क्या है। 

विटामिन डी की कमी के क्या लक्षण (What are the symptoms of vitamin D deficiency in hindi)

वैसे जिन भी लोगों में विटामिन डी की कमी होती है, किसी भी तरह के कोई खास लक्षण उन लोगों में नहीं दिखाई देते हैं। हाँ, कुछ लक्षणों के संयोजन जिसमें थकान, हड्डियों और मांसपेशियों आदि की समस्या शामिल हो सकती है साथ ही कुछ मामलों में मूड में बदलाव भी नज़र आ सकते हैं। इन सभी के सिवा, कुछ अन्य और भी लक्षण नज़र आते हैं जो व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की कमी को दर्शाते हैं:-

  • थकान महसूस होना 

  • नींद में समस्या होना 

  • हड्डियों में दर्द होना (अगर आप हड्डियों के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हैं, तो कैल्शियम की कमी के कारण, लक्षण और उपचार पर आधारित यह लेख भी जरूर पढ़ें।)

  • अवसाद 

  • उदासी की भावना होना 

  • बालों का झड़ना दिखाई देना 

  • मांसपेशियां कमजोर होना 

  • भूख न लगना 

  • भूख में कमी आना 

  • जल्द ही किसी भी बीमारी का शिकार होना

  • त्वचा का पीला पड़ जाना

अगर किसी को ऊपर बताएं हुए लक्षण नज़र आते हैं, तो तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लें और अपनी वर्तमान स्थिति के बारे में सही तरह से जानें और समझें। सबसे पहले व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की सटीक मात्रा को जानने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है, जिसकी मदद से शरीर में विटामिन डी की कमी और सामान्य लेवल को बहुत ही आसानी से जाना जा सकता है।

मौसमी बीमारियों में विटामिन D की भूमिका समझने के लिए An Overview of Fever and its Effects in the Body पर भी नज़र डालें

विटामिन डी की कमी का क्या कारण है? (What causes vitamin D deficiency in hindi?)

सामान्य तौर पर शरीर में विटामिन डी की कमी दो मुख्य कारण हो सकते हैं:-

  1. विटामिन डी की कमी का कारण है आहार में इसका सही मात्रा में सेवन न करना। साथ ही सूरज की रोशनी में ज्यादा देर तक न बैठने के कारण भी विस्टामिन डी की कमी हो कसती है।
  2. शरीर का विटामिन डी को सही से अवशोषित या उपयोग करने में असमर्थ होना। 

इन कारणों के सिवा शरीर में विटामिन डी कई और वजह से एक व्यक्ति को परेशान कर सकता है:- 

  • कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जो विटामिन डी की कमी के कारण परेशानी खड़ी कर सकते हैं। 

  • वजन घटाने की सर्जरी के कारण भी कई बार विटामिन डी की कमी नज़र आ सकती है। 

  • कुछ दवाइयों के सेवन की वजह से भी एक व्यक्ति में विटामिन डी की कमी नज़र आ सकती है।  

इन सबी कारणों के अतिरिक्त कई अलग-अलग जैविक और पर्यावरणीय कारक भी शामिल है जिसकी वजह से शरीर में विटामिन डी की मात्रा की कमी नज़र आ सकती है। ज्यादा उम्र और त्वचा में मेलेनिन की कम मात्रा भी विटामिन डी के कुछ संभावित कारण हो सकते हैं। इन सभी कारणों के सिवा कुछ अन्य स्वास्थ्य स्थिति होती है जिसकी वजह से विटामिन डी की कमी व्यक्ति के शरीर में दिखाई दे सकती हैं:-

  • सिस्टिक फाइब्रोसिस

  • क्रोहन रोग 

  • सीलिएक रोग

  • मोटापा

  • किडनी रोग 

  • लिवर रोग

Thyroid in Hindi जरूर पढ़ें, क्योंकि थायरॉइड और विटामिन D की कमी अक्सर एक साथ देखी जाती है।

विटामिन डी की पूर्ति के लिए कुछ सुझाव (Some tips for fulfilling vitamin D in hindi)

विटामिन डी की पूर्ति करना बहुत ही सरल है उसके लिए बहुत से आसान उपाय उपलब्ध है। विटामिन डी के लिए व्यक्ति तीन चीजों का ध्यान रख सकता है:-

विटामिन डी भोजन सेप्राप्त करें

कुछ खाद्य पदार्थों में विटामिन डी की मात्रा काफी अच्छी मात्रा में होती है। आप बताए हुए खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके विटामिन डी की कमी को कम कर सकते हैं:- 

  • कुछ मछलियों में फैट कम होता है जिसके सेवन से आप विटामिन डी की कमी पूरी कर सकते है, जैसे कि सैल्मन, ट्राउट, टूना और मैकेरल आदि। 

  • आप अंडे का पीला भाग (एग योल्क) का सेवन कर सकते हैं। 

  • बीफ़ का लिवर भी काफी फायदेमंद होगा 

  • मछली का लिवर खाने से भी लाभ मिलेगा। 

रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए फायदेमंद Fiber Foods in Hindi फाइबर युक्त भोजन की लिस्ट भी आपकी डाइट में ज़रूरी हैं।

वैसे तो प्राकृतिक रूप से विटामिन डी की आवश्यकता को पूर्ण करना थोड़ा संभव नहीं है, इसलिए इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके अपनी विटामिन डी की कमी से छुटकारा पा सकते हैं। 

सूरज की रोशनी से विटामिन डी लें 

सूर्य की किरणों की मदद से शरीर को काफी अच्छी मात्रा में विटामिन डी लिया जा सकता है। रोजाना धूप में बाहर जरूर निकलें या थोड़ी देर बैठ भी सकते हैं। लेकिन तेज गर्मी और लू से अपना बचाव भी करें। कम से कम कुछ मिनट के लिए आप सुबह वाली धूप में निकले, उस दौरान आप थोड़ा टहल भी सकते हैं। 

विटामिन डी सप्लीमेंट का सेवन लें

वर्तमान में कई रिसर्च होने के बाद यह परिणाम सामने आया है कि बहुत सारे लोगों को लगता है विटामिन डी सप्लीमेंट लेने से लाभ होता है। वैसे तो डी2 और डी3 नाम के दो सप्लीमेंट मार्केट में आराम से मिल जाते हैं। दोनों में से विटामिन डी 3 काफी ज्यादा प्रभावी है, इसलिए कई एंडोक्राइनॉलोजी डॉक्टर इसके सेवन का सुझाव दे सकते हैं। लेकिन बिना प्रिस्क्रिप्शन के किसी भी दवाई का सेवन करना आपको मुसीबत में डाल सकता है। अगर आप बिना सलाह के इन दवाइयों का सेवन शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको शायद पता नहीं चलेगा, लेकिन आने वाले समय में इसी के कारण आपको बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सबसे बेहतर यही होगा कि आप डॉक्टर से मिलें और इलाज के सभी विकल्पों पर खुलकर बात करें। अगर आपकी त्वचा और बालों में असर दिख रहा है तो जानिए विटामिन ई की कमी के कारण, नुकसान और बढ़ाने के उपाय भी जानना जरूरी होगा।

 

नोट: 

विटामिन डी की कमी से बहुत सी बीमारियाँ व्यक्ति को अप्पणी चपेट में ले सकती है इसलिए इसकी पूर्ति करना जरूरी है। आप आहार में बदलाव कर सकते हैं साथ ही अपने डॉक्टर से दवाई या सप्लीमेंट के लिए सिफारिश कर सकते हैं। विटामिन डी की तरह ही विटामिन बी12 की कमी के बारे में जानिए, जो शरीर में थकावट और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जुड़ी होती है।

 

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