Sunday, July 06 ,2025

जानिए प्रीटरम प्रेग्नेंसी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके!


preterm pregnancy in hindi

प्रीटरम प्रेग्नेंसी का मतलब है जो समय से पहले प्रसव होता है। प्रीटरम प्रेग्नेंसी 37 सप्ताह से पहले होने वाले प्रसव को कहा जाता है यानी शिशु का जन्म सामान्य समय से पहले होना। प्रीटरम प्रेग्नेंसी होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें मां की उम्र, संक्रमण या क्रोनिक बीमारियाँ, पहले भी समय से पहले प्रसव होना आदि शामिल है। प्रीटरम प्रेग्नेंसी के लक्षणों में योनि से तरल पदार्थ का रिसाव, संकुचन, पीठ में दर्द, और पेट में दबाव जैसे संकेत शामिल हैं। गर्भवती महिलाएं प्रीटरम प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए नियमित जांच करवाएं साथ ही स्वस्थ आहार लें और संक्रमण से खुदका बचाव करें। 

प्रीटरम प्रेग्नेंसी अर्थ क्या है? (What is preterm pregnancy meaning in Hindi?)

प्रीटरम प्रेग्नेंसी जिसको समय से पहले होने वाला प्रसव भी कहते हैं, जो कि गर्भावस्था के 37 सप्ताह से पहले समाप्त हो जाता है। जिसका अर्थ है कि शिशु का जन्म सामान्य समय से पहले हो जाएगा।  

प्रीटरम प्रेग्नेंसी के कारण (Causes of preterm pregnancy in Hindi)

किसी भी गर्भवती महिलाएं में समय से पहले प्रसव के लिए कोई एक कारण ट्रिगर नहीं होता है। यह महिला के शरीर में समय से पहले प्रसव होने में कई कारक अपनी भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में कुछ कारक महिला के मेडिकल इतिहास, पिछली गर्भधारण और जीवनशैली से संबंधित हो सकते हैं। कई बार ऐसी महिला भी समय से पहले प्रसव पीड़ा से पीड़ित होती है जिनके जोखिम कारक ज्ञात तक नहीं होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं अन्य कारण जिसकी वजह से किसी भी गर्भवती महिला को समय से पहले से प्रसव का सामना करना पड़ सकता है:- 

गर्भवती महिला की उम्र

यह देखा गया है कि जिस महिला कि बहुत कम उम्र या अधिक उम्र होती है, उनमें महिलाओं में समय से पहले प्रसव का खतरा सबसे अधिक होता है।गर्भधारण में समस्याओं को समझने के लिए AMH टेस्ट क्या है, यह जानना बेहद जरूरी है। 

समय से पहले प्रसव

अगर किसी महिला को पहले भी प्रेग्नेंसी के दौरान समय से पहले प्रसव हुआ है, तो यह एक आम बात है कि दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान भी समय से पहले प्रसव होने की संभावना अधिक रहती है।  

संक्रमण का खतरा

कुछ मामलों में देखा गया है कि संक्रमण जिसमें शामिल है मूत्र मार्ग में संक्रमण या योनि संक्रमण। इन संक्रमण के कारण भी समय से पहले प्रसव होने की संभावना बढ़ जताई है या कहें कि कारण बन सकती है। 

चिकित्सा स्थितियां

कुछ मामलों में, चिकित्सा स्थितियों के कारण गर्भवती महिला को समय से पहले प्रसव हो सकता है। उन चिकित्सा स्थितियों में शामिल है हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या प्रीक्लेम्पसिया आदि। यह स्थितियाँ समय से पहले प्रसव के खतरे को बढ़ा सकती हैं। 

गर्भाशय ग्रीवा की समस्या होना

अगर महिला की गर्भाशय ग्रीवा कमजोर है या फिर समय से पहले खुल जाती है, तो यह एक कारण है जिसकी वजह से भी गर्भवती महिला, समय से पहले प्रसव की स्थिति का समाना कर सकती है। महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन प्रीटरम डिलीवरी से जुड़ा हो सकता है, जानिए PCOS क्या है।

गर्भावस्था में जटिलताएं होना

कुछ जटिलताओं के कारण भी गर्भवती महिला को समय से पहले प्रसव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। गर्भावस्था में जटिलताओं की बात करें तो प्लेसेंटा प्रीविया (placenta previa) या प्लेसेंटल एबॉर्प्शन (Placental abruption) शामिल है जिस वजह से समय से पहले प्रसव का कारण बन सकता है। 

जीवनशैली

कई बार जीवनशैली के कारण भी समय से पहले प्रसव संभव है। अगर किसी महिला ने धूम्रपान, शराब का सेवन, या किसी भी तरह की नशीली दवाइयों का सेवन किया हो तो यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है  जिससे समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ा सकता है। 

प्रीटरम प्रेग्नेंसी के लक्षण (Symptoms of preterm pregnancy in Hindi)

गर्भवती महिला अगर ध्यान दें तो वह समझ सकती है कि वह समय से पहले प्रसव की स्थिति पहुँच रही है। इस स्थिति के लक्षण कुछ इस प्रकार है:- 

संकुचन (Contractions)

गर्भवती महिला अगर नियमित या बार-बार होने वाले संकुचन का अनुभव कर रही है या फिर 10 मिनट में 4 या उससे अधिक बार भी हो सकते हैं। इसका अनुभव एक बड़ा लक्षण है कि समय से पहले प्रसव हो सकता है। खून की कमी से बचाव के लिए एनीमिया से जुड़ी जानकारी प्राप्त करें। 

पीठ में दर्द होना

गर्भवती महिला अगर पीठ के नीचे वाले हिस्से में दर्द को महसूस कर रही हो वह भी लगातार बना हुआ है या फिर आता-जाता रहता है। यह भी एक लक्षण है कि समय से पहले प्रसव हो सकता है। 

पेट में दर्द होना

गर्भवती महिला अगर पेट के नीचे वाले भाग में में दर्द या फिर ऐंठन महसूस करती है तो यह भी समय से पहले प्रसव होने का एक लक्षण हो सकता है।

श्रोणि में दबाव होना

गर्भवती महिला अगर श्रोणि में दबाव या फिर भारीपन को महसूस कर रही है तो यह भी एक लक्षण हो सकता है, जिससे समय से पहले प्रसव हो सकता है। 

योनि से रक्तस्राव होना

गर्भवती महिला की योनि से हल्का या फिर भारी रक्तस्राव हो रहा है तो यह एभी एक लक्षण है कि समय से पहले प्रसव हो सकता है। मासिक धर्म संबंधी गड़बड़ियों पर आधारित जानकारी के लिए यह लेख पढ़ें।

पानी का रिसाव होना

गर्भवती महिला की योनि से पानी का रिसाव होना, जो कि भ्रूण झिल्ली के फटने का संकेत के रूप में देखा जा सकता है, जिसका अर्थ है कि समय से पहले प्रसव हो सकता है।  

थायरॉइड असंतुलन भी समय से पहले डिलीवरी का एक प्रमुख कारण हो सकता है। थायरॉइड से जुड़ी जानकारी पढ़ें

प्रीटर्म प्रेग्नेंसी से बचाव (Prevention of preterm pregnancy in Hindi)

गर्भवती महिला को स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना चाहिए। नियमित प्रसव पूर्व जांच करवाटे रहना चाहिए और संक्रमण से बचाव करना चाहिए। अगर कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो उसे नियंत्रित करने की कोशिसक करनी चाहिए, जिकसे के लिए अपने डॉक्टर से सलाह भी ले सकती  हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि प्रीटरम प्रेग्नेंसी से कैसे बचाव किया जा सकता है:- 

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं 

धूम्रपान और शराब के सेवन बचें

अगर आप धूम्रपान और शराब का सेवन करती है तो तुरंत बंद कर दें यह समय से पहले प्रसव के खतरे को बढ़ा सकता है।  

स्वस्थ आहार का सेवन करें

स्वस्थ खाद्य पदार्थों फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले मांस का सेवन करें, जिससे समय से पहले प्रसव के खतरे को कम किया जा सकें। 

वजन को नियंत्रित करें 

गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ वजन को बनाए रखें जिससे समय से पहले प्रसव के खतरे को कम किया जा सकें। 

पर्याप्त आराम जरूर करें

गर्भवती महिला को पर्याप्त आराम करना बेहद जरूरी है। साथ ही गर्भवती महिला को तनाव कम से कम ही  करना चाहिए, जिससे समय से पहले प्रसव के खतरे को कम किया जा सकें।

नियमित प्रसव पूर्व जांच करवाएं 

नियमित जांच करवाएं 

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को अपनी नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाती रहनी चाहिए, जिससे समय से पहले प्रसव के किसी भी तरह के खतरे के बारे में पता लगाया जा सके।  

गर्भाशय ग्रीवा की लंबाई पर निगरानी

गर्भाशय ग्रीवा की लंबाई पर निगरानी करना बेहद जरूरी है क्योंकि पहले समय से पहले प्रसव हो चुका है तो यह एक बड़ा कारण हो सकता है कि दुबारा भी ऐसा हो सकता है।  

संक्रमण से बचाव करें

स्वच्छता 

संक्रमण से बचाव के लिए एक उचित स्वच्छता को बनाए रखना जरूरी है क्योंकि इससे आप संक्रमण के खतरे को कम कर पायेंगी। 

संक्रमण का इलाज 

अगर आप किसी कारण किसी संक्रमण का शिकार बन जाती है, तो उसका तुरंत ही इलाज करवाएं और समय से पहले प्रसव के खतरे को कम कर सकें।

अन्य स्वास्थ्य समस्याएं का ध्यान रखें 

डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर 

अगर किसी गर्भवती महिला को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो उसे नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है, जिससे समय से पहले प्रसव के खतरे को कम कर सकें।

अन्य स्वास्थ्य समस्याएं का ध्यान रखें

गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान  गर्भवती महिला को किसी भी स्वास्थ्य समस्या का प्रबंधन और नियंत्रण करना जरूरी है। अगर वह ऐसा नहीं करती है तो समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ सकता है।

नोट: 

प्रीटरम प्रेग्नेंसी के समय कुछ बातों का ध्यान रखकर, आप इस स्थिति से बचाव कर सकती है। गर्भावस्था के दौरान बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है वैसे ही आप इस ब्लॉग में बताई हुई बातों का ध्यान रखकर, प्रीटरम प्रेग्नेंसी से बचाव कर सकती है। गर्भावस्था के दौरान नियमित फुल बॉडी टेस्ट कराना बेहद जरूरी होता है।

 

 

मेडिकल डिस्क्लेमर - निम्नलिखित जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए ही है। इस वेबसाइट पर दी गई कोई भी जानकारी, जिसमें टेक्स्ट, ग्राफ़िक और चित्र शामिल हैं, वह पेशेवर चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं है। कृपया अपनी स्थिति से संबंधित विशिष्ट चिकित्सा सलाह के बारे में जानने और समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।