बालों का झड़ना आज के समय में सबकी ही समस्या है लेकिन यह समस्या कुछ लोगों में बहुत ही जल्दी आ जाती है। आनुवंशिक या हार्मोनल बदलाव के कारण से बाल झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वैसे तो बालों के झड़ने की समस्या किसी को भी व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन पुरुषों में यह समस्या देखने को मिलती है। इस वजह से उनको कम उम्र में ही गंजेपन का सामना करना पड़ता है जिससे कुछ लोग तो इस स्थिति को समझ के एक आम जीवन जीने लग जाते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो स्थिति को समझ नहीं पाते हैं आत्मविश्वास की कमी का शिकार बन जाते हैं। आइए जानते हैं और समझते बेहतर तरीके से कम उम्र में बाल झड़ने के लक्षण, कारण, उपचार के बारे में।
बालों के झड़ने के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग तरह के दिखाई दें सकते हैं। यह लक्षण अचानक या फिर धीरे-धीरे व्यक्ति को नज़र आ सकते हैं। कई बार यह भी देख गया है कि व्यक्ति के पूरे शरीर के बाल भी झड़ने लग जाते हैं। बाल झड़ने के लक्षण जो व्यक्ति को दिखाई दें सकते हैं:-
धीरे-धीरे या थोड़े थोड़े करके बाल झड़ना
स्कैल्प दिखाई आना
पैची गंजापन आना
बालों का पतला होना शुरू होना
पूरी हेयरलाइन से बाल निकलना शुरू होना
कंघी करते हुए बहुत बाल निकलना
कैल्शियम की कमी से बाल और नाखून कमजोर हो सकते हैं, इस बारे में जानने के लिए कैल्शियम की कमी के कारण, लक्षण और उपचार पढ़ें।
कम उम्र में बाल झड़ने के भिन्न कारण होते हैं, लेकिन व्यक्ति में हार्मोनल बदलाव, ऑटोइम्यून डिजीज और शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण बालों का झड़ना मुख्य कारण माना जाता है। आइए समझते हैं बाल झड़ने के कुछ कारणों के बारे में:-
एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (Androgenetic Alopecia) या मेल पैटर्न गंजेपन को बालों के झड़ने का सबसे आम प्रकार माना जाता है। जब शरीर में डी हाइड्रो टेस्टोस्टेरोन (D Hydro Testosterone) में बदलाव आता है, तो व्यक्ति के बाल झड़ने लग सकते हैं। यह हार्मोन व्यक्ति बालों के रोम को सिकोड़ता है। जब शरीर में डीएचटी असंतुलित होने लग जाता है, तो बालों का विकास भी रोक देता है। डीएचटी के प्रति ज्यादा संवेदनशील 25 साल से कम उम्र के युवा को माना जाता हैं।
महिलाओं में अत्यधिक बाल झड़ना हार्मोनल बदलाव या अन्य कारणों से हो सकता है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए Hairfall in Women अंग्रेजी में पढ़ें।
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की वजह से कई दिक्कतें हो सकती हैं उसमें बाल झड़ना भी शामिल है। एलोपेसिया एरीटा (Alopecia areata) एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, इस समस्या में शरीर बालों के रोम को नुकसान पहुंचता है। इसके सिवा, एलोपेसिया ल्यूपस (Alopecia lupus) की स्थिति भी इम्यूनिटी को नुकसान पहुँचती है, जिससे स्कैल्प पर सूजन नज़र आ सकती है और इस कारण बाल अधिक झड़ सकते हैं। ऑटोइम्यून डिसऑर्डर कि वजह से सिर के साथ ब्यक्ति के आईब्रो, पलकों और शरीर के भी बाल झड़ सकते हैं। कुछ लोगों में ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की वजह से 30 साल से पहले ही बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। वहीं कुछ लोगों में यह समस्या बचपन से ही शुरू हो सकती है।
शरीर में जब पोषक तत्वों की कमी होना शुरू होती है तब किसी भी व्यक्ति के बाल झड़ने एक आम बात है। बाल झड़ने की समस्या विटामिन-डी, आयरन, जिंक और प्रोटीन आदि जैसे पोषण की कमी के कारण हो सकती है। इसके सिवा, फोलिक एसिड, नियासिन और विटामिन-सी, विटामिन-ए, विटामिन-ई और सेलेनियम जैसे पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी बाल झड़ सकते हैं। जब शरीर में बायोटिन की कमी होती है तब भी बाल झड़ते हैं, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर विटामिन बी7 की टेबलेट्स का सेवन कर सकते हैं। शरीर में विटामिन बी12 की कमी से भी बाल झड़ सकते हैं, जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय Vitamin B12 की कमी के बारे में।
अगर किसी व्यक्ति के माता-पिता में से किसी को भी बाल झड़ने की समस्या हो, तो बच्चों के भी कम उम्र में बाल झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया बालों के झड़ने का एक जेनेटिक कारण है। इसे मेल पैटर्न गंजापन और फीमेल पैटर्न गंजापन के नाम से भी जाना जाता है।
थायराइड की समस्या कम उम्र में बालों के झड़ने की एक अहम वजह बन सकती है। थायराइड में हार्मोन का कम या ज्यादा उत्पादन होने की वजह से बाल झड़ने लग सकते हैं। थायराइड की वजह से बाल झड़ने के कारण स्कैल्प दिखाई दे सकता है। लंबे समय से थायराइड की बीमारी से जूझ रहें लोगों में बालों का झड़ना एक आम समस्या है। इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए थायरॉइड के लक्षण और कारण पर क्लिक करें।
जब प्यूबर्टी आती है तब बाल झड़ने की शिकायत कुछ लोगों में नज़र आ सकती है। इस समय हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ावा होता रहता है, जिससे बालों का विकास भी प्रभावित हो सकता है इसलिए कई बार प्यूबर्टी के तुरंत बाद ही बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। कम उम्र में बाल झड़ने के और भी अन्य कारण में ट्रैक्शन एलोपेसिया (Traction alopecia), ट्रिकोटिलोमेनिया (trichotillomania), स्कैल्प पर दाद, टेलोजेन एफ्लुवियम (Telogen Effluvium) आदि शामिल है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं को होने वाली स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें महिलाओं के शरीर में मेल सेक्स हार्मोन यानी टेस्टोस्टेरोन का स्तर ज्यादा होने लग जाता है। पीसीओएस में अनियमित पीरियड्स, मुंहासे और बाल झड़ने जैसे आम लक्षण दिखाई दें सकते हैं। लेकिन हार्मोनल असंतुलन का इलाज सही से किया जाएं तो बाल दोबारा भी आ सकते हैं।
अगर आपको डैंड्रफ के साथ-साथ बाल झड़ने की समस्या है, तो Dandruff Treatments That Are Effective at Home अंग्रेजी में जरूर पढ़ें।
कम उम्र में बाल झड़ने की समस्या व्यक्ति को काफी परेशान कर सकती है, ऐसा इसलिए है क्योंकि यह पूरे लुक को प्रभावित करते हुए अतमविश्वास पर भी कहीं न कहीं बुरा सर डालती है। लोगों में यह समस्या अलग-अलग कारणों की वजह देखाई दें सकती है। कुछ मामलों में सही उपचार के जरिए बालों के झड़ने की समस्या को ठीक किया जा सकता है। आइए जानते हैं वह कारण इनकी वजह से कम उम्र में बाल झड़ सकते हैं: -
अगर किसी व्यक्ति का थायराइड हार्मोन के असंतुलन की वजह से बाल झड़ रहे हैं, तो इसे संतुलन में लाने की कोशिश कर सकते हैं। इससे बालों की ग्रोथ दोबारा शुरू हो सकती है और बाल वापस आने लग जाएंगे।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स इंजेक्शन (corticosteroids injections), मलहम और दवाइयों के जरिए भी बालों के झड़ने की समस्या को ठीक किया जा सकता है। कम उम्र में बाल झड़ने पर धूप से बचाव करें। किसी भी दवाऊ के सेवन से डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
संपूर्ण स्वस्थ आहार लेने से शरीर में हो रही पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जा सकता है।
तनाव लेने से भी बाल झड़ते हैं इसलिए कोशिश करें कि स्ट्रेस कम से कम लें। आप योग या मेडिटेशन की मदद ले सकते हैं। साथ ही भरपूर आराम भी करें।
बहुत टाइट बाल और पोनीटेल न बनाए जिससे भी हेयर लाइन पीछे की ओर जा सकती है।
एंटीफंगल दवाइयों और शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन कुछ भी शुरू करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
बालों के ट्रीटमेंट से बचें, ऐसा करने से कैमिकल से बाल बचें रहेंगे, नहीं तो अधिक ट्रीटमेंट के कारण भी बाल डैमेज हो सकते हैं।
घरेलू उपचार का इस्तेमाल करने से आपको बालों के झड़ने की समस्या कम हो जाएगी साथ ही बालों का स्वस्थ भी बेहतर होगा। घरेलू उपचार की मदद से बालों के विकास का भी समर्थन होता है। घरेलू उपचार में रसोई मौजूद सामग्री का इस्तेमाल करते हुए और आपके बालों की स्थिति में सुधार एक प्राकृतिक रूप से आएगा।
एलोवेरा बालों के झड़ने को कम करने और स्कैल्प को पोषण देने के लिए एक प्रभावी और असरदार घरेलू उपाय में गिना जाता है। यह आपके बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है साथ ही डैंड्रफ से राहत दिलाता है। स्कैल्प की सफाई करके बालों के विकास को भी बढ़ावा देने में एलोवेरा मदद करता है।
ताजा एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें। उसके लिए एक पत्ती से ताज़ा एलोवेरा निकालें।
इसे स्कैल्प और बालों पर बराबर लगाएं।
45 मिनट तक लगाकर छोड़ें
फिर गुनगुने पानी से धो अच्छे से लें।
हफ्ते में 2 से 3 बार करें।
मेथी बालों की जड़ों को पोषण देने का कार्य करती है। इसकी मदद से डैंड्रफ कम करते हुए, बालों का झड़ना रोकने में सहायता करती है। इसमें मौजूद प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड आपके बालों को प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करती है।
एक रात पहले मेथी के बीज को पानी में डालकरभिगो दें।
सुबह उन्हें पीसकर पेस्ट बना लें।
पेस्ट को स्कैल्प और बालों में लगाएं
30 मिनट के बाद हल्के शैम्पू से धो बालों को लें।
हफ्ते में दो बार इस्तेमाल करें।
दही और शहद का मिश्रण बालों की गहराई में लगाने से बाल मॉइस्चराइज़ होंगे। जिससे बाल मुलायम, चमकदार और मजबूत दिखेंगे साथ ही यह रूसी को भी कम करने में मदद करता है।
2 बड़े चम्मच दही लेकर उसमें 1 चम्मच शहद को अच्छे मिलाएं।
इस मिश्रण को अपनी स्कैल्प और बालों पर अच्छे लगाएं।
30 मिनट के बाद हल्के गुनगुने पानी से अच्छे धो लें।
सप्ताह में एक बार इसका इस्तेमाल जरूर करें।
करी पत्ते एंटीऑक्सिडेंट्स और अमीनो एसिड से भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। जिससे बालों को टूटने और सफेद होने से रोक जा सकता है। करी पत्ते का इस्तेमाल बालों की जड़ों को मजबूत करने में मदद करता है और बालों की गुणवत्ता में सुधार भी आता है।
नारियल तेल में करी पत्तों को उबालें, जब तक वह काले न हो जाएं।
फिर तेल को छानकर उसे ठंडा करें।
इस तेल से स्कैल्प की मालिश करें
फिर 30 मिनट के बाद धो लें।
इसे सप्ताह में दो बार करें।
गुड़हल फूल बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है। समय से पहले सफेद होने से से बचाने के साथ-साथ बालों को प्राकृतिक रूप से चमकदार बनाने में मदद करता है।
गुड़हल के फूलों को अच्छे पीसकर पेस्ट बनाएं।
पेस्ट को स्कैल्प और बालों में लगाएं।
30 मिनट के बाद हल्के शैम्पू से अच्छे से धो लें।
सप्ताह में एक बार जरूर करें।
चावल के पानी विटामिन और मिनरल्स से काफी भरपूर मात्रा में होता है। जिससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और वह मजबूत बनते है। यह बालों की ग्रोथ के साथ-साथ लोच और बनावट को भी सुधारने में मदद कर सकता है।
चावल को अच्छी तरह धोएं
15 से 30 मिनट पानी में भिगोएं।
फिर पानी को छानकर स्कैल्प और बालों पर लगाएं।
20 मिनट के बाद सादे पानी से बालों धो लें।
हफ्ते में 2 बार करें ।
नीम में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण की मदद से स्कैल्प के संक्रमण और डैंड्रफ से लड़ने में मदद मिलती है। यह बालों के झड़ने को कम करते हुए, बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
नीम की पत्तियों को पानी में उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
इस पानी को ठंडा होने दें।
शैम्पू के बाद, इस पानी से बालों को धोएं।
सप्ताह में दो करें।
अंडा में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और बायोटिन होता है। जिसकी मदद से कमजोर बालों को मजबूत बनाया जा सकता है और नए बालों के विकास में मदद मिलती है। यह बालों में प्राकृतिक रूप से चमक भी लेने में असरदार है।
एक अंडे को अच्छे से फेंटें
फिर उसे स्कैल्प और बालों पर लगाएं।
बालों को शॉवर कैप से 20 मिनट तक ढककर छोड़ दें।
ठंडे पानी के साथ माइल्ड शैम्पू से धो लें।
सप्ताह में एक बार करें।
प्याज के रस में मौजूद सल्फर खून संचार को बेहतर करते हुए बढ़ा देता है और हेयर फॉलिकल्स को भी सक्रिय करने में मदद करता है। यह बालों को मजबूत करने के साथ बालों की ग्रोथ बढ़ाने में भी मदद करता है। समय से पहले सफेद होने वाले बालों की समस्या से भी बचाता है।
एक मध्यम प्याज को अच्छे से कद्दूकस करते हुए, उसका रस निकालें।
स्कैल्प पर प्याज के रस को लगाकर, हल्के से मालिश करें।
30 मिनट के बाद बाद माइल्ड शैम्पू से बालों को धो लें।
सप्ताह में दो बार इस्तेमाल करें।
चुकंदर में विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत मौजूद होता है। जिसकी मदद से स्कैल्प को पोषण मिलता है और डैंड्रफ को कम करता है, साथ ही घने, मजबूत करने में मदद करता है।
चुकंदर की पत्तियों को पानी के साथ मिलते हुए पेस्ट बनाएं।
इसे स्कैल्प पर 20 मिनट लगाकर छोड़ दें।
फिर सादे पानी से धो लें।
हफ्ते में दो बार करें।
कम उम्र में बाल झड़ने से काफी लोग परेशान हो जाते हैं। आप घरेलू उपचार कर सकते हैं अगर असर नही पड़ता है तो डॉक्टर से परामर्श लें। हार्मोनल असंतुलन या पोषक तत्वों की कमी बालों को प्रभावित कर सकती है, जानिए अंग्रेजी में Top 10 Vitamin B12-Rich Vegetarian Foods for Indian Diets जो आपकी डाइट में शामिल होने चाहिए।
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